BJP ने अखिलेश पर किया हमला लिखा- आजमगढ़ से 'गुमशुदा' सांसद की तलाश

BJP ने अखिलेश पर फिर किया हमला
बीजेपी ने लिखा- आजमगढ़ से 'गुमशुदा' सांसद की तलाश
गुमशुदा अखिलेश के जवाब में SP का पलटवार

उत्तर प्रदेश... जहाँ की राजनीती और राजनेता दोनों ही चर्चा में रहते है... वही उत्तर प्रदेश में २०२२ चुनाव में अब वक्त बहुत ही कम है....लेकिन इस चुनाव को लेकर दिल्ली तक तैयारियां जोरों पर हैं... उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है इसी के साथ अब जहाँ एक तरफ आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है तो वही बयानों का भी दौर जारी है... लेकिन इस सब के बीतच एक और बड़ा घमासान छिड गया है वो है पोस्टर वार... जी हाँ उत्तर प्रदेश में एक बार फिर पोस्टर वार सुर्ख़ियों में हैं... जहाँ कल यूपी बीजेपी ने अब समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर वार करते हुए उन्हें गुमशुदा करार दिया जिसके बाद अब सपा ने भी सीएम योगी पर हमला बोलते हुए उन्हें लापता बता दिया...

दरअसल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रदेश इकाई ने अखिलेश यादव को गुमशुदा बताते हुए फिर से हमला किया. यूपी बीजेपी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर आजमगढ़ के सांसद के तौर पर अखिलेश को गुमशुदा बताया गया है. इसमें उनकी तस्वीर के साथ यह भी लिखा है कि एसी में बैठकर दिनभर ट्वीट करने का काम करने वाले अखिलेश अपने संसदीय क्षेत्र से गायब हैं.अपने इसी ट्वीट में बीजेपी ने आगे लिखा, नोट:- आज ही इन्हें ट्विटर पर 'रामनवमी' की शुभकामनाएं देते पाया गया था. कोई जानकारी मिलने पर...

समाजवादी पार्टी का पलटवार

वही दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के मीडिया कंसल्टेंट आशीष यादव ने बीजेपी के पोस्ट पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लापता बताया. यूपी बीजेपी के पोस्ट पर जवाब देते हुए उन्होंने लिखा है कि मुख्यमंत्री के काम के तौर पर योगी आदित्यनाथ ने सिर्फ सपा सरकार के कामों का फीता काटा है. महाराज जी कहां हो लापता? साढ़े चार साल से यूपी का विकास पूछ रहा आपका पता.

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प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी साधा था निशाना

इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी अखिलेश यादव पर ट्वीटर को लेकर हमला कर चुकी हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने अखिलेश यादव के उस बयान पर बोला है जिसमे अखिलेश ने कहत था कि मैं प्रियंका पर नहीं बोलना चाहता वो कमरे में रहती हैं, पर हमला करते हुए कहा, 'वो बाहर निकलेंगे तो पता चलेगा कि मैं कहां रहती हूं. लेकिन आपने डेढ़ सालों में आपने कब देखा है उन्हें सड़क पर. मुझे देखा कि नहीं.'

प्रियंका गांधी ने आगे कहा, 'आपने मुझे हाथरस में देखा है. मुझे उन्नाव में देखा. मुझे सोनभद्र में देखा है. मुझे लखीमपुर में देखा.

लेकिन क्या सभी नेताओं का एक दुसरे के लिए पोस्टर जारी करना, एक दुसरे के खिलाफ बयान देना २०२२ के चुनाव जितने के लिए काफी है... क्या इसी से नेता जनता को अपने पाले में कर पाएंगे और अपना वोट बैंक मजबूत कर पाएंगे....इन सब के बिच ये एक बड़ा सवाल है की आखिर जनता हित की बात कब होगी...खैर ये पोस्टर वार कब तक जारी रहेगा ये बड़ा मुद्दा है और २०२२ में इसका किसको फायदा मिलेगा ये भी देखने वाली बात होगी

 

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