यह स्वर्णिम अवसर मिला है जिसे भगवान की कृपा मानोः- जगतगुरु स्वामी रामस्वरुपाचार्य।

यह स्वर्णिम अवसर मिला है जिसे भगवान की कृपा मानोः-  जगतगुरु स्वामी रामस्वरुपाचार्य।

श्रीराम कथा से पूर्व नगर में निकाली गई भव्य शोभा यात्रा।
सैंकड़ो की संख्या में शामिल हुए श्रद्वालु।

रायसेन / मध्य प्रदेश:  सिलवानी,पंच दिवसीय श्रीराम कथा से पूर्व नगर मैं,हिंदु उत्सव समिति के बेनर तले भव्य व बिषाल कलष यात्रा निकाली गई। कलष यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्वालु शामिल हुए।

दोपहर के समय  नगर के  प्राचीन श्रीराम मंदिर जमुनियापुरा से कलष यात्रा प्रारंभ की गई। कलष यात्रा मे ंसबसे आगें महिलाए व बालिकाएं सिर पर कलष रखे हुए शामिल हुई। इसके बाद एक रथ में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, माता सीता व हनुमान की वेषभूषा धारण किए हुए श्रद्वालु सवार थे।  तत्पष्चात एक अन्य रथ में जगतगुरु स्वामी रामस्वरुपाचार्य  महाराज सवार थे। इसें पीछे चल रहे रथ में वापोली वाले गुरुजी तथा अंत में रथ पर श्रीराम मंदिर के महत नागाराम दास महाराज,नरेष शास्त्री नगर खेरापति व अन्य सवार थे। स्थान स्थान पर श्रद्वालुओं के द्वारा जगतगुरु स्वामी रामस्वरुपाचार्य  महाराज ,वापोली वाले गुरुजी, मंहत नागाराम दास महाराज, पंडित नरेष शास्त्री आदि का पूजन कर आरती उतारी जाकर आषीर्वाद लिया गया।

कलष यात्रा में ड्रोन हेलीकाप्टर से कृतिम पुष्प वर्षा की जा रही थी। जवकि डीजे पर बज रहे भक्ति गीतो पर युवा नृत्य कर रहे थे । सिर पर कलष रखे महिलाए मंगल  भजनो का गान कर कार्यक्रम को सार्थकता प्रदान कर रही थी। श्रीराम मंदिर से कथा स्थल हेलीपेड मैदान तक करीब 1 किलो मीटर लंबाई के मार्ग को पूर्ण करने में कलष यात्रा को करीब एक घंटे से अघिक का समय लगा। नगर में प्रथम बार जगतगुरु स्वामी रामस्वरुपाचार्य महाराज से मुखारविंद से श्रीराम कथाका आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम की सफलता को लेकर आयोजक समिति हिंदु उत्सव समिति के द्वारा करीब एक माह से घर घर जाकर लोगो को कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण दिया जा रहा था। श्रभ्द्वालुओ ंमें भी कार्यक्रम को लेकर खासा उत्साह देखा गया।

कलष यात्रा की सफलता वकाय्रक्रम में शामल होने क लिस सनातन व्यापार महासंघ के द्वारा सनातन समाज के व्यापरियो से आधा दिन तक अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रख कर कार्यक्रम में शामिल होने का आव्हाण किया गया था। जिसके चलते उक्त प्रतिष्ठान बंद देखे गए। रामकथा कार्यक्रम को लेकर कलष यात्रा मार्ग को भगवा ध्वज व झंडियो ंसे सजाया गया।  
यह स्वर्णिम अवसर मिला है जिसे भगवान की कृपा मानोः-  जगतगुरु स्वामी रामस्वरुपाचार्य।

श्रीराम कथा के प्रथम दिन जगतगुरु स्वामी रामस्वरुपाचार्य ने कथा में पहुचें श्रद्वालुओं को अपनी मंगलमयी वाणी का रसास्वादन कराते हुए बताया कि क्षेत्र केे श्रद्वालुओं को स्वार्णिम अवसर मिला है। कि इस कार्यक्रम में शनिवार व मंगलवार मिले है। यानि दोनो ही वार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के अनंय भक्त हनुमानजी महाराज के वार है। अन्य कार्यक्रम में से दो दिन कम कर पांच दिन का समय सिलवानी के लिए दिया है। यह हनुमानजी महाराज की कृपा से ही संभव हो सका है। उन्होन बताया कि प्रत्येक सनातन  परिवार में तुलसी दल व रमायण ग्रंथ होना चाहिए। लेकिन यदि किसी घर में यह दोनो ही नही है तो वह घर सनातन का नही हो सकता है। प्रत्येक घर में तुलसीदल व रामायण आवश्यक रूप से होना चाहिए।

रिपोर्टर : राजेश साहू

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