12 माह से अलग रह रहे पति- पत्नि को परिवार परामर्ष केंद्र ने साथ साथ रहने को किया राजी

रायसेन / मध्य प्रदेश: पति- पत्नि ने एक दूसरे को माला पहना कर किया उम्र भर साथ ना छोड़ने का वादा। एक साल में 11 परिवारो को बिछुड़ने से बचाया परिवार परामर्ष केंद्र ने ।  आपसी मनमुटाव के चलते बीते करीब 12 माह से अलग  रह , रहे पति- पत्नि को साथ साथ रहने को राजी कर परिवार परामर्ष केंद्र ने परिवार को टूटने से बचाया बल्कि दो बच्चो को अपने पिता से भी मिलाया।  सिलवानाी तहसील के नीगरी गांव निवासी मुकेष बंसकार पिता सेवाराम बंसकार का विवाह उदयपुरा तहसील के सहजपुरी विलगंवा गांव निवासी कंचन पुत्री राजेष बंसकार के साथ करीब 6 साल पूर्व हिंदु रीति रिवाज से हुआ था। जिससे दोनो की दो संताने भी है। लेकिन आपसी मनमुटाव के चलते पत्नि करीब 1 साल से अपने पिता के पास सहजपुरी विलगंबा गांव में रह रही थी। तथा पत्नि दोनो संतानो को भी अपने साथ ले गई। हालांकि पति द्वारा पत्नि को ससुराल से लाने का प्रयास कई बार किया गया । लेकिन पत्नि साथ आने को राजी नही हुई। तव परेषान पति ने एसडीओपी कार्यालय में संचालित होने वाले परिवार परामर्ष केंद्र में पहुंच कर पत्नि को वापस लाने के लिए आवेदन लगाया। तव परिवार परामष केंद्र के द्वारा दोनो को ही नोटिस जारी कर परिवार परामर्ष केंद्र बुलाया गया । जहां पर कि केंद्र में एसडीओपी प्रेम नारायण गोयल के निर्देषन में काउंसलर विनय जैन, मुन्ना मैकानिक, कमलेष जैन, आरक्षक इकराम खान, दादूवीर रघुवंषी, नारायण रघुवंषी के द्वारा पति पत्नि की बात को गंभीरता से सुना। तथा दोनो को ही मन मुटाव दूर कर साथ साथ रहने की समझाईस दी। तथा बताया कि पति पत्नि के बगैर एक दूसरे का गुजारा नही हो सकता है। बच्चो के सिर पर माता के साथ ही पिता का हाथ होना भी आवष्यक है। काउंसलरो के द्वारा दी गई समझाईस का तत्काल ही असर हुआ । तथा एक साल से अलग अलग रह कर एकाकी जीवन बिता रहे पति पत्नि साथ साथ रहने को राजी हो गए।  यहां तक कि पति पत्नि ने आपसी समझौता पत्र लिखित मंें  दिया। जिसमें लेख किया गया कि वह कभी भी विवाद नही करेगंे। तथा एक दूसरे का ध्यान रखेगें। राजीनामा होने पर दोनो ने ही एक दूसरे को माला पहनाई तथा हसंते हसंते घर के लिए रवाना हुए ।

1 साल में ं11 परिवारो को मिलाया परामर्ष केद्र नेः- पुलिस परिवार परामर्ष केंद्र मनमुटाव के चलते अलग अलग रह रहे पति- पत्नि को साथ साथ रहने के लिए राजी करने मे ंअव्वल भूमिका निभा रहा है। वर्ष 2021 मे ंपरिवार परामर्ष केंद्र में पति पत्नि के बीच विवाद होने पर अलग अलग रह कर एकाकी जीवन व्यतीत करने के 22 प्रकरण आए ।  जिन में ंसे 11 प्रकरणो मे राजीनामा कराया जाकर पति- पत्नि को साथ साथ हसंी खुषी विदा किया गया । जवकि 5 प्रकरणो मे ंदोनो पक्षो के राजी ना होने पर अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाकर कार्रवाही की गई।  साथ ही 6 प्रकरणो में दोनो ही पक्षो ने स्वेच्छा से अलग अलग रहने का फैसला किया। जिस पर बैधानिक कार्रवाही  प्रकरण न्यायालय भेजा गया ।

रिपोर्टर : राजेश साहू

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