सीसी रोड निर्माण में मापदंडों की ठेकेदार उड़ा रहे धज्जियां
शाहपुर :- शाहपुर से पलाशपानी चौड़ीकरण सीसी रोड निर्माण में जरूरी मापदंडों को दरकिनार किया जा रहा है। इंजीनियरिंग मैनुअल में इसके माप तय हैं, लेकिन वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्यों में इनकी खुली अवहेलना की जा रही है, जिसकी वजह से नगर से बनने वाली सीसी रोड दो तीन माह में ही उखडऩे की संभावना लोगों द्वारा व्यक्त की जा रही है।सीमेंट रोड निर्माण में ठेकेदारों के द्वारा बड़े पैमाने पर राशि डकारने की बदनियत से मापदंडों के अनुसार कार्य नहीं किया जा रहा है।
शाहपुर पलाश पानी सड़क का निर्माण में तय माप के अनुसार मोटाई नहीं की जा रही है। इसके अलावा मिक्सर ग्राइंडर पर नजर डालने से देखा गया कि तय माप के अनुसार एक क्यूबिक मीटर मसाला निर्माण में 18 तसला रेत, गिट्टी मिक्स डालना चाहिए और सीमेंट एक बोरी होना चाहिए। लेकिन उक्त ठेकेदार द्वारा 30 तसला से ऊपर गिट्टी रेत मिक्स डलवाई जा रही थी, जिससे एक बोरी की सीमेंट की क्षमता महज 50 प्रतिशत ही बच रही थी।
गायब हो गई पॉलीथिन
सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण मेें जमीन के नीचे पॉलीथिन बिछाने की अनिवार्यता है और इसकी लागत ठेके में शामिल रहती है, लेकिन यहां बन रही सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण के पहले पॉलीथिन का उपयोग नहीं किया गया है। पॉलीथिन की अनिवार्यता इसलिए रखी गई है ताकि पानी पॉलीथिन पर बना रहे, उसे जमीन न सोख पाए, जिससे मसाले की गुणवत्ता बनी रहे। ठेकेदार द्वारा इस बिंदु को भी नजरअंदाज किया गया है। सीसी रोड निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा पॉलीथिन का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।
नहीं चलाया जाता वाईब्रेटर
शाहपुर से पलाश पानी सीसी रोड पर ठेकेदार द्वारा खपत बचाने के लिए वाइब्रेटर का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। वाइब्रेटर चलाने से कांक्रीट सही तरह से ठोस रूप से जमता है। इससे मसाले की खपत कुछ हद तक बढ़ती है, जिसे बचाने के लिए वाइब्रेटर का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।
संवाददाता : राजकुमार बारसे
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