राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार ने आईआईटी मद्रास के सहयोग से एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (iRAD) एप्लीकेशन किया तैयार

बलिया: सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने तथा उनसे होने वाली मृत्यु दर पर प्रभावी रोकथाम के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार ने आईआईटी मद्रास के सहयोग से एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (iRAD) एप्लीकेशन तैयार किया है। राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केंद्र, बलिया द्वारा इसका कार्यान्वयन जनपद में किया जा रहा है, जिसमें iRAD मोबाइल ऐप के जरिये दुर्घटना से संबन्धित आंकड़ों की विस्तृत जानकारी दर्ज़ होगी।

15 फ़रवरी 2021 से यह परियोजना उत्तर प्रदेश के 16 लाइट हाउस डिस्ट्रिक्ट्स एवं जनपद बलिया सहित प्रदेश के शेष 59 जिलों में 15 मार्च 2021 से लागू किया जा चुका है। आईआरएडी (iRAD) एप्लिकेशन के माध्यम से दुर्घटनाओं के कारणों का विश्लेषण आईआईटी मद्रास द्वारा किया जाएगा, जिससे सुरक्षा इंतजाम होने से जनपद बलिया में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। यह एप्लिकेशन वेब आधारित सूचना तकनीकी समाधान है, जिसके उपयोग से पुलिस विभाग को काफी मदद मिलेगी।

iRAD मोबाइल ऐप में सड़क दुर्घटना के तत्काल उपरांत दुर्घटना स्थल से ही स्थानीय पुलिस अधिकारी के माध्यम से सड़क दुर्घटना का लोकेशन, दुर्घटना की गंभीरता, दुर्घटना मे प्रभावित व्यक्ति का नाम, पता, उम्र, वाहन नंबर, लाइसेन्स संख्या, मौसम आदि का विवरण फोटो/विडियो सहित अपलोड किया जाएगा। अपलोड की प्रक्रिया पूर्ण होते ही सूचना संबन्धित थाना प्रभारी के पास पहुंच जाएगी, फिर आवश्यकतानुसार पुलिस विभाग द्वारा आरटीओ, हाइवे (पीडब्ल्यूडी), स्वास्थ्य विभाग को ऐप के माध्यम से सूचना भेजी जाएगी। इसके आधार पर दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के इलाज सम्बंधी तैयारी नजदीकी अस्पताल में होगी, जिससे दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को तुरंत उपचार मिल पाएगा।

जिला सूचना-विज्ञान अधिकारी निजामुद्दीन अंसारी और डा. अभिषेक मिश्रा, पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट के निर्देशन में रोल आउट मैनेजर, iRAD, गौतम वर्मा द्वारा लोक निर्माण विभाग, बलिया के प्रांतीय खंड के अवर अभियन्ताओं को iRAD का प्रशिक्षण एनआईसी केंद्र बलिया में दिया जा चूका है, जिससे कि दुर्घटना से संबन्धित सड़कों का विवरण iRAD एप्लिकेशन में पीडबल्यूडी इंजीनियर द्वारा फीड किया जा सके। जनपद के समस्त थानाध्यक्ष, उप निरीक्षक और कम्प्यूटर ऑपरेटर को एनआईसी केंद्र में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। आगे भी प्रशिक्षण जारी है।       

सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को गोल्डेन ऑवर में चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराना तथा मृतकों की संख्या में कमी लाने के लिए जनपद में चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भी iRAD का प्रशिक्षण ज़ूम मीटिंग के माध्यम से दिया जा चुका है। आरटीओ बलिया से आरआई श्री राज भवन और पीटीओ आरपी गौतम को पूर्व में एनआईसी केंद्र में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। थाना कोतवाली से सड़क दुर्घटना से संबन्धित वाहनों का तकनीकी जांच आरआई राज भवन द्वारा iRAD ऐप के माध्यम से किया जा रहा है।

आंकड़ों का विवरण : 15 मार्च 2021 से 26 दिसम्बर 2021 तक जनपद बलिया में आईआरएडी (iRAD) ऐप में अभी तक कुल 203 सड़क दुर्घटनाओं की फीडिंग हो गयी है। इनमें घातक श्रेणी के 55.7 % (113 केस), गंभीर श्रेणी के 33.5% (68 केस ), सामान्य घायल (अस्पताल में भर्ती) के 7.9% (16 केस), सामान्य घायल (अस्पताल में भर्ती नहीं) के 2.5% (5 केस) तथा नो-इंजरी के 0.5% (1 केस) हैं। इसके अनुसार जनपद बलिया में कुल मृतकों की संख्या 127 और घायलों की संख्या 166 रही।

रिपोर्टर: अर्जुन साह

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