असम में राहुल गांधी ने पीएम मोदी को बताया झूठा, कहा- मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूं, मैं झूठ नहीं बोलता हूं

चुनावों को लेकर सभी पार्टियों ने रणनीति के तहत काम करना शुरू कर दिया है. और जिन राज्यों मे चुनाव है, उसके लिए सभी पार्टियों के बड़े नेताओं ने दौरे करना शुरू कर दिये हैं. वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज असम के डिब्रूगढ़ में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करने पहुंचे. इस दौरान उनहोनें डिब्रूगढ़ के लाहोवाल में छात्रों को संबोधित किया. 

किसान आंदोलन का उठाया मुद्दा

वहीं राहुल गांधी ने इशारो इशारों में आरएसएस पर हमला बोला. और साथ ही, सीएए, किसान आंदोलन और बेरोजगारी,  जैसे मुद्दे उठाए. आपको बता दे कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कुछ दिन पहले असम का दौरा कर चुकी हैं. उस दौरान बागान में चाय की पत्तियां तोड़ते हुए उनकी तस्वीर काफी वायरल हुई थी. 

200 यूनिट बिजली देंगे मुफ्त- राहुल गांधी 

सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आज मैं आपको पांच वादों की गारंटी देता हूं. अगर हमारी सरकार बनी तो हम चाय बागान के मजदूरों को 365 रुपये दिहाड़ी दिलाएंगे, सीएए के खिलाफ खड़े रहेंगे, पांच लाख नौकरियों के मौके बनाएंगे. 200 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे और घरेलू महिलाओं को दो हजार रुपये दिए जाएंगे. 

पीएम नरेंद्र मोदी को बताया झूठा

भाजपा ने चाय बागान के मजदूरों को 351 रुपये दिहाड़ी दिलाने का वादा किया था, लेकिन उन्हें 167 रुपये ही मिल रहे हैं. मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूं, मैं झूठ नहीं बोलता हूं. राहुल गांधी ने कहा कि चाय उद्योग के लिए हम विशेष मंत्रालय बनाएंगे, जो आपके मुद्दों को सुलझाएगा. हमारा घोषणा पत्र चाय कारोबार से जुड़े लोगों से विचार-विमर्श करने के बाद बनाया गया है. इसे बंद दरवाजों के पीछे बैठे लोगों ने तैयार नहीं किया.

राहुल ने आरआरएस पर साधा निशाना 

राहुल गांधी बोले कि अगर आपको लगता है कि लोकतंत्र को नकारा जा रहा है, और युवा बेरोजगार हैं. किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और सीएए आ रहा है. असम के लोगों को दिल्ली जाने के बाद अपनी संस्कृति और भाषा नहीं भूलनी चाहिए. नागपुर में पैदा हुई एक सेना पूरे देश को नियंत्रित कर रही है. 

युवाओं को राजनीति में आना चाहिए- राहुल 

लोकतंत्र का मतलब असम की आवाज पर असम का नियंत्रण होना चाहिए. अगर हम इसमें छात्रों को शामिल नहीं करते हैं तो यहां लोकतंत्र हो ही नहीं सकता। युवाओं को सक्रिय रूप से राजनीति में आना चाहिए और असम के लिए लड़ना चाहिए. जब आपको लगता है कि आपका राज्य लूटा जा रहा है तो आपको युद्ध लड़ना चाहिए, लेकिन प्यार से, लाठी-पत्थरों से नहीं.

 

BY- NAVED MAJID

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.