खाया है कभी ये सतरंगी भुट्टा ?
तकनीक आज ऐसा शब्द बन गया है जो केवल नए चीजों के लिए ही नहीं बल्कि पारंपरिक चीजों के लिए भी यूज किया जाता है. अब हर क्षेत्र में तकनीक का प्रयोग करके वो काम किए जा रहे हैं जिसके बारे में हम और आप सोच भी नहीं सकते . खेती किसानी से लेकर साइंस तक एक से एक नई खोज की जा रही है और खेती में तो तकनीक ने एक नया ही आयाम बना दिया है . आज खेती को तकनीक ने इतना सरल बना दिया है कि किसान न केवल पैसा कमा रहे हैं बल्कि मुनाफा भी डबल मिल रहा है .और नए युग की खेती की बात करें तो नए कई अविष्कार हुए है जैसे इंटरनेट पर आपने काली गोभी , लाल मूली और लाल भिंडी को तो देख ही चुके होगें लेकिन आज हम आपको बताने वाले है संतरंगी भुट्टे के बारे में –
यकीनन तस्वीर देखने के बाद आपको अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ होगा. दिखने में यह सेम देसी मक्का की तरह लगता है, लेकिन अगर आप इसे छीलेंगे तो रंगों की बाछौर से आपकी आंखों की पुतली फैल जाएगी. सतरंगी मक्का के दाने आपको हैरान कर देंगे. इंद्रधनुषी की तरह रंग बिखरने वाले इस तरह के भुट्टे को रेनबो कॉर्न कहा जाता है. रेनबो कॉर्न आपको अलग-अलग रंगों के दानों के साथ मिलता है. एक ही भुट्टे में सफेद, पीला, लाल, नारंगी, गुलाबी और काला जैसे कई रंगों वाले दाने होते हैं. भारत के लिए रेनबो कॉर्न की खेती नई बात हैं. हालांकि इसकी पैदावर सबसे पहले थाईलैंड में शुरू हुई थी, लेकिन अब इसकी खेती केरल के मलाप्पुरम में भी की जा रही है. इस अनोखा भुट्टे को कोडुर पेरिंगोट्टुपुलम में अब्दुल रशीद की छत पर उगाया जाता है. रशीद कुन्नुममल में अपने क्वार्टर बिल्डिंग की छत पर रेनबो कॉर्न की खेती कर रहे हैं.इसका स्वाद आम मकई की तरह ही होता है, लेकिन अलग-अलग के रंगों से भरे मक्का के दाने इसको देसी भुट्टे से अलग करते हैं.
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