पूर्व सैनिक दिवाकर द्विवेदी द्वारा दिया जा रहा युवाओं को प्रशिक्षण

 रीवा :  भारतीय सेना में असाधारण कर्तव्य परायणता से ओतप्रोत ऊर्जावान और कई मेडल जीतने वाले पूर्व सैनिक दिवाकर द्विवेदी अपनी सेवानिवृत्ति के बाद अपने गांव बहुरिबांध जिला रीवा को अमर कर दिया है ऐसे जांबाज प्रतिभावान ऊर्जावान और मिलनसार अनुशासित पूर्व सैनिक जो वर्तमान समय में डोर टू डोर जाकर जिले के लोगों को भारतीय सेना में जाने के लिए पूरी ट्रेनिंग दे रहे हैं और इस ट्रेनिंग के लिए जिले के कोने-कोने से युवा वालंटियर पहुंच रहे हैं और इस पूर्व सैनिक के अंदर सबसे बड़ी खूबी है कि वह यह प्रशिक्षण सभी बच्चे और बच्चियों को फ्री में दे रहे हैं यह जज्बा केवल एक सैनिक ही समझ सकता है और सैनिक हमेशा अपने जिले अपने तहसील अपने गांव अपने क्षेत्र के अंदर परंपरागत अनुशासन अपने क्षेत्र के अंदर देखना चाहता है इसका जीता जागता उदाहरण पूर्व सैनिक दिवाकर द्विवेदी बहुरीबांध जिला रीवा हैं और जब से वह सेवानिवृत्त होकर अपने घर वापस सही सलामत पहुंचे हैं तब से वह व्यक्तिगत मनोबल और ऊर्जा से भरे दिखाई पड़ते हैं और हमेशा अपना पूरा कीमती समय अपने क्षेत्र के उन तमाम युवाओं को जो सेना के अंदर अथवा पैरा मिलिट्री फोर्सेज में अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं उनको सही समय पर सही ट्रेनिंग दे रहे हैं आप सेमरिया विधानसभा के अंदर डोर टू डोर मीटिंग कर उन तमाम गरीब परिवारों की मदद भी करते हैं और जो बच्चे नशे के अंदर फंसे हुए हैं उनको सही शिक्षा दे रहे हैं और उससे छुटकारा दिलाने के लिए वह एक मुहिम छेड़ रखी है उन्होंने सभी युवाओं को फिट रहने की सलाह दे रहे हैं इसके लिए जितने भी नशा करने वाले लोग हैं उन तमाम लड़कों को नशा से दूरी बनाए रखने के लिए सलाह दे रहे हैं इसी के साथ साथ जिन बच्चों के पास अच्छी प्रतिभा है उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं आप सभी विद्यालयों में जाकर सभी प्राचार्यो से मिलकर यह सलाह दे रहे हैं कि कम से कम एक घंटा बच्चों को शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाए उसके लिए स्वयं वालंटियर स्कूलों में जाकर प्रशिक्षण देरहे हैं और एक सैनिक होकर पूरे समाज के नवनिर्माण के लिए जो अपना कीमती समय दे रहे हैं उससे सभी लाभान्वित भी हो रहे हैं और उनके पास वॉलिंटियर युवक स्वयं पहुंच रहे हैं यह एक बहुत ही बड़ा उदाहरण जिले के अंदर मिल रहा है पूर्व सैनिक दिवाकर द्विवेदी अपने क्षेत्र के भ्रमण के लिए या तो पैदल चलते हैं अथवा अपनी साइकिल से पूरे जिले में प्रचार प्रसार कर रहे हैं और खासकर अपने विधानसभा सेमरिया के अंदर डोर टू डोर मीटिंग कर रहे हैं जिसका गांव के लोग पूर्ण रूप से सहयोग दे रहे हैं क्योंकि श्री दिवाकर द्विवेदी  व्यवहार कुशल होने के कारण और उन गरीब परिवार के लिए प्राथमिकता देते हैं जिस परिवारिक में गार्जियन नहीं है उनके लिए आप आर्थिक मदद भी देते हैं और उनको सही राय मशवरा देकर उनके बच्चों के भविष्य बनाने में अपनी पूर्ण सहयोग दे रहे हैं !भारतीय मीडिया फाउंडेशन सैनिक फार्म नई दिल्ली के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैप्टन राज द्विवेदी ने पूर्व सैनिक दिवाकर द्विवेदी के साथ फोन पर इंटरव्यू लिया और यह पाया कि पूर्व सैनिक दिवाकर द्विवेदी बहुत ही ऊर्जावान प्रतिभावान और एक ईमानदार पूर्व सैनिक होने के कारण जिस प्रकार से उन्होंने भारतीय सेना के अंदर अपने कर्तव्य निभाते हुए कई मेडल जीते हैं ठीक उसी प्रकार उसी मनोयोग के साथ सुबह उठकर उन तमाम युवाओं को ट्रेनिंग देते हैं जो युवा वॉलिंटियर्स भारतीय सेना के अंदर  जाना चाहते हैं इसके लिए रीवा प्रशासन को चाहिए कि ऐसे पूर्व सैनिकों को आमंत्रित कर उनका हौसला अफजाई करें और उनके लिए ऐसे फंड की भी मदद करें जिस कारण से सामाजिक समरसता के साथ-साथ उन युवाओं को ट्रेनिंग देने के लिए जो खेलकूद इत्यादि का सामान शासन और प्रशासन द्वारा मिलता है उसको इन बच्चों को अवश्य दिया जाना चाहिए और गांव के आसपास खेलकूद का मैदान भी होना बहुत जरूरी है जिससे सभी युवाओं को वह तमाम सुविधाएं प्रदान करना चाहिए जो उनके लिए आवश्यक है और सुविधाओं को देने के लिए आगे आना शासन और प्रशासन को बहुत जरूरी है भारतीय मीडिया फाउंडेशन सैनिक फोरम  के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैप्टन राज द्विवेदी ने इंटरव्यू में पूर्व सैनिक दिवाकर द्विवेदी द्वारा जो कार्य देश हित समाज हित और राष्ट्र हित के लिए पूर्व सैनिक दिवाकर द्विवेदी के के द्वारा किया जा रहा है वह आगे चलकर बहुत बड़ी मुहिम बनेगी और ग्रामीणों के उन प्रतिभाओं की खोज जो दिवाकर द्विवेदी कर रहे हैं आगे चलकर जिले और प्रदेश का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा!

रिपोर्टर : अर्जुन तिवारी

 

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