"लंपी स्किन डिजीज" बीमारी ने पसारे पैर,मवेशियों की स्किन पर गुठली सूजन के कई मामले आए सामने

सहारनपुर :  ब्लॉक मुजफ्फराबाद की ग्राम पंचायत कालूवाला जहानपुर के मजरे चांडी घेर में कई मवेशियों की स्किन पर गुठली एवं सूजन के दाग दिखाई देने के कारण ग्राम वासियों को किसी गंभीर बीमारी की आहट का एहसास हो रहा है, चांडी घेर निवासी मुरसलीन ने बताया कि मेरी गाय की स्किन पर गुठलियों के निशान उभर आए हैं और सूजन के धब्बे दिखाई दे रहे हैं, तथा कई दिन से वह ठीक से घास भी नहीं खा पा रहे हैं ऐसे में हमें किसी गंभीर बीमारी का अंदेशा हो रहा है, इस बारे में जब मवेशियों के डॉक्टर प्रताप जी से बात की गई तो उन्होंने स्वीकार किया कि घाड क्षेत्र में लंबी स्किन डिजीज के कई मामले सामने आए हैं, जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है, इस बीमारी की रोकथाम के लिए वैक्सीन का इंतजाम किया जा रहा है, जैसे ही सेंटर पर वैक्सीन उपलब्ध होगी तुरंत बीमारी से जूझ रहे मवेशियों को डोज दे दी जाएगी।

लंपी स्किन बीमारी के लक्षण
इस रोग के कई लक्षण है। जिसमें मवेशियों को बुखार, वजन कम होना, लार निकलना, आंख और नाक का बहना, दूध का कम होना, शरीर पर अलग-अलग तरह के नोड्यूल दिखाई देना शामिल है। इसके साथ ही इस रोग में शरीर में गांठें भी बन जाती हैं, मादा मवेशियों पर इस बीमारी की मार ज्‍यादा देखने को मिल रही हैं, बांझपन, गर्भपात, निमोनिया और लंगड़ापन के मामले सामने देखने को मिले हैं।
कैसे फैलती है लंपी स्किन डिजीज
यह एक वायरल डिजीज है, जो पशुओं को प्रभावित करती है. आमतौर पर यह खून चूसने वाले कीड़ों, मच्छर की कुछ प्रजातियों और पशुओं के कीड़े के काटने से फैलती है. यह बीमारी संक्रमित पशु से दूसरे पशुओं में तेजी से फैल जाती है. इसकी चपेट में आने वाले पशुओं को बुखार आता है और स्किन पर जगह जगह निशान बन जाते हैं. गंभीर स्थिति होने पर पशु मर जाते हैं. इस बीमारी से बचने के लिए पशुओं को वैक्सीन लगाई जाती है, इसका कोई सटीक इलाज नहीं है. लक्षणों के आधार पर पशु चिकित्सक इलाज करते हैं।
इंसानों पर इस बीमारी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है फिर भी लोगों को चाहिए कि पशुओं को छूने के बाद सभी लोगों को साबुन से अच्छी तरह हाथ धो ले और कोशिश करनी चाहिए कि अपने पशुओं को इस संक्रमण से बचाया जा सके. इंसानों को भी सावधानी बरतनी चाहिए. पशुओं को समय पर वैक्सीन लगवाकर इस डिजीज का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है।
रिपोर्टर : अजय राणा

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