शामली की महर्षि कश्यप जयंती में क्या हुआ ख़ास....
महर्षि कश्यप जयंती.. कश्यप ऋषि के सन्दर्भ में मनाई जाती है, सवाल उठता है की आखिर ये ऋषि थे कौन ? अओको बता दें कश्यप ऋषि एक वैदिक ऋषि थे, जी हाँ कश्यप ऋषि प्राचीन वैदिक ॠषियों में प्रमुख ॠषि हैं जिनका उल्लेख एक बार ॠग्वेद में हुआ है.
हिन्दू मान्यता में इनका बहुत महत्त्व है, इन्हें सर्वदा धार्मिक एंव रहस्यात्मक चरित्र वाला बतलाया गया है. अब इसी ख़ास दिन को शामली के कैराना नगर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया है.यहाँ पर हवन यज्ञ का भव्य आयोजन किया गया इसके बाद भारी मात्रा में आये श्रद्दालुओं को प्रसाद वितरण किया गया.
यग्य के दौरान देश में सुख शांति व उन्नति की कामना की गई साथ ही समाज को संगठित करने वे जागरूक करने का आह्वान किया गय.
महर्षि कश्यप जयंती
जिसमें कश्यप समाज के लोगों ने भारी संख्या में बढ़ चढ़कर भाग लिया, जानकारी के लिए बता दें की हवन का कार्यक्रम प्रातः10 बजे शुरू किया गया जिस का शुभारंभ आचार्य पंडित दिवाकर प्रसाद बिजल्वाण के माध्यम से कराया गया, इस अवसर पर मंदिर को फूल मालाओं से सजाया गया और मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर महर्षि कालू बाबा के दर्शन कर धर्म लाभ कमाया.
आपको बता दें की इस अवसर पर महर्षि कश्यप युवा सेवा समिति अध्यक्ष दीपक कश्यप ने संपूर्ण टीम की ओर से कार्यक्रम में पहुंचे सभी श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनन्दन कर धन्यवाद किया, तो वही मंदिर के अंदर अधूरे पडे कार्य को समाज के सहयोग से पूरा कराने का संकल्प भी लिया गया इस अवसर पर भारी संख्या में कश्यप समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया.
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