सीतापुर : ऐतिहासिक दिन : दोपहर 2 बजे तक 400 में से 237 लोगों को लगाया जा चुका था टीका

सीतापुर: कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे सीतापुर जिले के लिए शनिवार का दिन ऐतिहासिक बन गया है। जिले के चारों चिन्हित केंद्रों पर शनिवार को शांतिपूर्ण तरीके से टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया गया। सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इन चारों टीकाकरण केंद्रों पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना से बचाव की वैक्सीन और टीकाकरण अभियान की लांचिंग की गई। जिसके बाद टीकाकरण का काम शुरू किया गया। पहले चरण में जिला मुख्यालय पर जिला महिला चिकित्सालय सहित सीएचसी खैराबाद और हरगांव के अलावा निजी क्षेत्र के अटरिया के हिन्द मेडिकल कॉलेज में कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाए गए। इस दौरान वैक्सीन का प्रभाव भी देखा गया। जिला महिला चिकित्सालय पर स्टाफ नर्स सरिता को एएनएम साधना द्वारा पहला टीका लगाया गया। अटरिया के हिन्द मेडिकल कॉलेज में सफाई कर्मी बिल्लू को पहला टीका लगाया गया। इन सभी जगहों पर 100-100 लाभार्थियों के टीकाकरण का लक्ष्य था। दोपहर दो बजे तक इन चारों केंद्रों पर 400 में से 237 लोगों को टीका लगाया जा सका था। यह सभी पूरी तरह से स्वस्थ्स हैं। इस मौके पर नगर मजिस्ट्रेट शिशिर कुमार, सीएमओ डॉ. मधू गैराला, एसीएमओ डॉ. रविदास, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. जयराम गौतम, महिला चिकित्सालय की सीएमएस डॉ. सुषमा कर्णवाल आदि मौजूद रहे।

इस तरह से लगा टीका --- टीकाकरण केंद्र पर पहुंचने पर सबसे पहले लाभार्थी के पहचान पत्र से वेरिफिकेशन किया गया। इसके बाद लाभार्थियों को प्रतीक्षा कक्ष में बैठाया गया, यहां पर भी कोविन पोर्टल पर अपलोड डाटा से लाभार्थी के नाम और पहचान पत्र का मिलान किया गया। इसके बाद एक-एक कर लाभार्थियों को टीकाकरण कक्ष में बुलाकर टीका लगाया गया। टीका लगाने के बाद ऑब्जरवेशन रूम में लाभार्थियों को करीब आधे घंटे तक बैठाया गया। जहां पर टीके के प्रभाव पर नजर रखी गयी। इसके लिए एक स्पेशलिस्ट टीम तैनात थी। जिसमें डाक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ शामिल रहे, जो एडवर्स इफेक्ट फालोइंग इम्युनाइजेशन किट के साथ देखरेख करते रहे। वैक्सीनेशन के 30 मिनट बाद ही लाभार्थी घर भेजा गया।

नोडल अधिकारियों और पर्यवेक्षकों की देखरेख में हुआ टीकाकरण ---  सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने बताया कि प्रत्येक केंद्र पर नोडल अधिकारियों और पर्यवेक्षकों की देखरेख में टीकाकरण अभियान चलाया गय है। जिले में अब तक कोविशील्ड नामक वैक्सीन की 19,810 डोज और 11,45,000 सिरिंज की आपूर्ति हो चुकी है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित यह भारतीय वैक्सीन पूरी तरह से प्रभावी है और इसके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हैं। वैक्सीन काे सुरक्षित रखने के लिए हमारे पास अत्याधुनिक तकनीक की कोल्ड चेन आैर पर्याप्त मात्र में आईएलआर, डीप फ्रीजर और वैक्सीन कैरियर हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक लाभार्थी को 0.5 मिली की डोज बाएं हाथ में लगाई जा रही है। जिन लोगों को शनिवार को टीका लगाया गया है, उन्हें अगली डोज 28 दिन बाद 15 फरवरी को लगाई जाएगी। इस संबंध में उनके मोबाइल फोन पर मैसेज भी आएगा।

बिना पंजीकरण के नहीं मिलेगी वैक्सीन --- एसीएमओ डॉ. पीके सिंह ने बताया कि कोई भी व्यक्ति बिना पंजीकरण के कोरोना से बचाव की वैक्सीन नहीं प्राप्त कर सकता है। पंजीकरण के बाद भी संबंधित व्यक्ति को टीकाकरण स्थल, तिथि और समय की जानकारी मोबाइल फोन पर एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी। पंजीकरण के लिए और टीकाकरण केंद्र पर सत्यापन के लिए फोटोयुक्त पहचान पत्र जरूरी है। टीकाकरण के बाद लाभार्थी के मोबाइल फोन पर क्यूआर कोड आधारित एक प्रमाणपत्र भी भेजा जाएगा।

अनुपस्थितों की बनेगी सूची -- शनिवार को शुरू हुए टीकाकरण अभियान के पहले दिन कई ऐसे लोग भी रहे जिनका नाम को-विन पोर्टल पर पंजीकृत था, लेकिन वह मौके पर टीकाकरण के लिए नहीं आए। ऐसे सभी लोगों की एक सूची तैयार की जा रही है, इन्हें टीकाकरण के लिए अलग से समय दिया जाएगा।

 

रिपोर्टर : सीके सिंह(रूपम)

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