पच्चीस लाख कोविड टीकाकरण के आंकड़े को जिले ने किया पार, प्रदेश में अठ्ठारहवां स्थान

रिपोर्टर : सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। बधाई हो... तमाम अफवाओं और चर्चाओं को पीछे छोड़ते हुए कोरोना के खिलाफ शुरू किए गए अभियान ने जिले के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। दुनिया की सबसे बड़ी महामारी कोविड-19 यानी कोरोना से जंग में जिले ने महज 282 दिनों के अल्प समय में 25 लाख से भी अधिक लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाकर एक नया इतिहास रच दिया है। टीकाकरण कार्यक्रम इसी साल 16 जनवरी को शुरू हुआ था। रविवार को 25 लाख के आंकड़े को पार करते ही समूचा स्वास्थ्य महकमा खुशी से झूम उठा। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मधु गैराेला ने कोविड-19 टीकाकरण के महाअभियान में दिन रात लगे सभी स्वास्थ्य अधिकारियों, कर्मचारियों एवं प्रथम पंक्ति के कार्यकर्ताओं (आशा, एएनएम और आंगनवाड़ी) को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के अथक प्रयास, मेहनत और समर्पण से ही जिले  में 25 लाख से अधिक लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण मुहिम की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी और इसके पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाए गए थे। इसके बाद दो फरवरी से अग्रिम पंक्ति के कर्मियों का टीकाकरण आरंभ हुआ था। टीकाकरण का अगला चरण एक मार्च से आरंभ हुआ, जिसमें 60 साल से अधिक आयु के सभी लोगों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके लगाने शुरू किए गए। इसके बाद एक अप्रैल से 45 साल से अधिक आयु के और एक मई से 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ।

सूबे की रैकिंग में सीतापुर 18 वें स्थान पर ---
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं एसीएमओ डॉ. पीके सिंह ने बताया कि टीकाकरण अभियान में लगे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही जिले के वह सभी लोग भी बधाई के पात्र हैं, जो टीकाकरण के लिए केंद्र तक आ रहे हैं। यह एक साझा अभियान है और हर किसी के प्रयासों से ही यह सफलता मिली है। उन्होंने बताया कि लोगों के टीकाकरण केंद्र तक आने और टीका लगवाने को लेकर जागरूकता के चलते जिले ने प्रदेश की रैंकिंग में जबरदस्त उछाल दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि एक सितंबर से 23 अक्टूबर के मध्य जिले ने 46 पायदान की उछाल दर्ज की है। अब यह जिला प्रदेश में 64 वें स्थान से उछाल मारकर 18 वें स्थान पर आ गया है। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में अब तक कुल 25 लाख 52 हजार 320 लोगों को टीका जा चुका है। जिसमें 21 लाख 06 हजार 526 लोगों को टीके की पहली डोज और 4 लाख 45 हजार 749 लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है।

क्या कहते है लाभार्थी --
मार्च माह के पहले सप्ताह में पहली डोज लगवाने वाली 65 वर्षीया पुष्पा देवी कहती हैं कि पहली डोज के बाद हल्का बुखार जरूर आया था, लेकिन वैक्सीनेशन सेंटर पर दी गई पैरासीटामॉल की गोली से बुखार ठीक हो गया था। दूसरी डोज में मुझे कुछ भी नहीं हुआ और आज मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं। कोरोनारोधी टीका की दोनों डोज लगवा चुके 49 वर्षीय महेश चंद्र का कहना है कि दोनों टीकों के दौरान मुझे किसी भी तरह के साइड इफेक्ट नहीं हुए। वैक्सीन लगवाने के कई महीनों बाद भी मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं।

 

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.