सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये संबंधित विभागीय अधिकारी करेंगे संयुक्त निरीक्षण

श्रीगंगानगर : जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर डॉ. मंजू की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान जिला कलक्टर ने दीपावली पर्व के मद्देनजर जिले में यातायात व्यवस्था सुचारू बनाये रखने के साथ-साथ आगजनी रोकथाम के लिये समुचित तैयारी करने के निर्देश दिये।
बैठक में जिला कलक्टर ने सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये संबंधित विभागीय अधिकारियों को संयुक्त निरीक्षण के लिये निर्देशित करते हुए कहा कि दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिये गंभीरतापूर्वक कार्यवाही की जाये। श्रीविजयनगर में 5 जीबी की पुली और सूरतगढ़-अनूपगढ़ क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटनाओं का उल्लेख करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि इनके साथ-साथ संभावित दुर्घटना स्थलों का चयन करते हुए आवश्यक स्पीड ब्रेकर बनाये जायें। दुर्घटना की चेतावनी और स्पीड लिमिट की जानकारी देने वाले संकेतक लगाये जायें।
उन्होंने दीपावली पर्व के मद्देनजर जिले में यातायात व्यवस्था सुचारू बनाये रखने के साथ-साथ आगजनी रोकथाम के लिये प्रभावी कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि व्यापारिक संगठनों के साथ बैठक की जाये। बाजार क्षेत्र में यातायात सुचारू रखने के अलावा आगजनी रोकथाम के लिये भी व्यापारियों को जागरूक करते हुए सहयोग लिया जाये। रात के समय दिया और लाइटिंग जलाकर संस्थान बंद न रखे जायें। गोल बाजार क्षेत्र के पास बनाई जा रही पार्किंग को विकसित करने में जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि इससे आमजन को सुविधा होगी।
बरसात से प्रभावित सड़कों की दीपावली से पूर्व मरम्मत और पेचवर्क पूर्ण करने के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि स्ट्रीट लाईट सुचारू रहनी चाहिए। कचरा निस्तारण के लिये आवश्यक व्यवस्था की जाये ताकि साफ-सफाई पर्याप्त रहे। सूरतगढ़, पदमपुर, हनुमानगढ सहित समस्त मुख्य सड़कों की मरम्मत जल्द करने के साथ-साथ जिले में दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये एनएचएआई उच्च अधिकारियों को भी अवगत करवाने के लिये निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गये। सूखे पेड़ों को हटाने, स्पीड ब्रेकर और पेड़ों पर रिफलेक्टिव पेंट लगाने के भी निर्देश दिये।
जिला कलक्टर ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रोत्साहित किया जाये। उन्हें माननीय मुख्यमंत्री महोदय की मंशा के अनुरूप मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना के माध्यम से पुरस्कृत भी करें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा राजकीय जिला चिकित्सालय, पीएचसी, सीएचसी सहित समस्त चिकित्सा संस्थानों में स्टाफ को पाबंद किया जाये कि सड़क दुर्घटनाओं के घायलों का तत्काल उपचार सुनिश्चित करते हुए उन्हें लाने वालों को पुरस्कृत और प्रोत्साहित भी किया जाये। पीड़ित परिवार को नियमानुसार सहायता राशि भी उपलब्ध करवाने के लिये संबंधित अधिकारी नियमित रूप से ऐसे प्रकरणों का फॉलोअप भी करें।
जिले में चिन्हित ब्लैक स्पॉट समाप्त करने हेतु आवश्यक कार्यवाही के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को यातायात नियमों की समुचित जानकारी दी जाए और बैठक के माध्यम से समस्त विद्यालय संचालकों को जागरूक करें कि 18 वर्ष से कम आयु के विद्यार्थियों द्वारा वाहन संचालन नहीं किया जाए। आश्वयक होने पर चालान की कार्यवाही की जाये। ट्रैफिक लाइट संचालन और नये चौराहा सौन्दर्यकरण पर भी चर्चा करते हुए नगर विकास न्यास, पीडब्ल्यूडी और यातायात पुलिस को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने सूरतगढ़ क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये प्रभावी कार्यवाही के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दीपावली पर्व के मद्देनजर बाजार में अनावश्यक यातायात न हो, इसके लिये समुचित कार्यवाही की जाये। व्यापारियों से समझाईश करते हुए यातायात व्यवस्था बनाये रखने में उनका सहयोग लिया जाये। सड़क पर सामान नहीं रखने के लिये भी व्यापारियों से समझाईश की जाये। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम में सभी का सहयोग आवश्यक है। विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ आमजन की जागरूकता और सावधानी से सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है।
बैठक में एडीएम सर्तकता श्रीमती रीना, पीडब्ल्यूडी एसई श्री भीमसेन स्वामी, सीओ ट्रैफिक श्री रमेश माचरा, डीटीओ श्री देवानंद, डॉ. इन्दर सिंह उप्पल, नगरपरिषद आयुक्त श्री रविन्द्र यादव, नगर विकास न्यास एक्सईन श्री सुरेन्द्र पूनिया, श्री पंकज सैनी, श्री गिरजेश कांत शर्मा, श्री राजेश हजारा, एनएचएआई अधिकारियों सहित अन्य मौजूद रहे।
रिपोर्टर : नरेश गर्ग
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