महाराजा सुहेलदेव राजभर जी का पराक्रम सम्पूर्ण विश्व के लिए प्रेरणास्रोत - शैलेश कुमार राजभर

संत कबीर नगर- पौली ब्लाक के ग्राम मकदूमपुर उर्फ मछली गांव में देश धर्म समाज और संस्कृति के रक्षक नाग,भारशिव,भरत कुल दिवाकर श्रावस्ती सम्राट राष्ट्र वीर भगवान श्री सुहेलदेव राजभर जी का एक हजार ग्यारहवीं जयन्ती समारोह भगवान शिव मन्दिर के मैदान में धूम धाम से मनाया गया मुख्य अतिथि शैलेश कुमार राजभर क्षेत्रीय उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग मोर्चा गोरखपुर क्षेत्र /राष्ट्रीय महासचिव अखिल भारतीय राजभर संगठन / राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय जल सत्याग्रह आन्दोलन रहें जयन्ती समारोह के आयोजक श्री सुहेलदेव राजभर युवा कमेटी मकदूमपुर उर्फ मछली गांव कमेटी  के अध्यक्ष दीनानाथ राजभर,रमेश राजभर के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं के द्वारा जयन्ती समारोह कार्यक्रम से एक किलोमीटर दूर रास्ते में ही मुख्य अतिथि शैलेश कुमार राजभर को रोककर माल्यापर्ण कर फूल मालाओं से बैण्ड बाजा के साथ भव्य स्वागत करते हुए भारत माता की जय, सुहेलदेव राजभर की जय सुहेलदेव राजभर अमर रहे हर हर महादेव शैलेश कुमार राजभर  जिन्दाबाद शैलेश कुमार राजभर संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं जोशीले गगनभेदी नारो से आकाश गुंजायमान करते हुए कार्यक्रम स्थल तक शैलेश कुमार राजभर क्षेत्रीय उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग मोर्चा गोरखपुर क्षेत्र / राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय जल सत्याग्रह आन्दोलन / राष्ट्रीय महासचिव अखिल भारतीय राजभर संगठन शैलेश कुमार राजभर को श्री सुहेलदेव राजभर युवा कमेटी अध्यक्ष दीनानाथ राजभर, रमेश राजभर आदि ने मंचासीन कराये जयन्ती समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि शैलेश कुमार राजभर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने लखनऊ में महाराजा सुहेलदेव राजभर जी का भव्य अश्वरोही प्रतिमा लगाने के साथ ही प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  ने गाजीपुर से नई दिल्ली तक सुहेलदेव सुपरफास्ट ट्रेन चलाये एव डाक टिकट जारी किये और तत्कालीन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष  अमित शाह जी ने गुल्ला वीर मंदिर बहराईच में सुहेलदेव जी के मूर्ति का अनवारण किये एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ महराज ने बहराईच मेडिकल कालेज का नामकरण महाराजा सुहेलदेव मेडिकल कालेज बहराईच करने के साथ ही विश्व स्तर के महाराजा सुहेलदेव स्मारक बहराईच में बनाने हेतु दो सौ करोड़ रुपये बजट का प्रावधान किया गया हैं जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है एवं गृहमंत्री अमित शाह जी आजमगढ़ में महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय का शिलान्यास कर चुके हैं एवं महाराजा सुहेलदेव राजभर जी का जीवन परिचय पाठ्यक्रम में शामिल किया गया हैं एवं मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान प्रभु श्री राम मन्दिर शिलान्यास अयोध्या भगवान बाबा काशी विश्वनाथ कारिडोर उदघाटन वाराणसी राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय शिलान्यास के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने महाराजा सुहेलदेव राजभर जी का गुणगान कर विश्व पटल पर महाराजा सुहेलदेव राजभर जी को पहचान दिलाये हैं और पूरा विश्व महाराजा सुहेलदेव राजभर जी के पराक्रम का प्रेरणास्रोत रहा हैं जयन्ती समारोह को समबोधित करते हुए महाराजा सुहेलदेव राजभर जी के अमर कृतियों का बखान करते हुए शैलेश कुमार राजभर ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने गीता के उपदेश में कहा है कि जब जब धरती पर अधर्म बढ़ जाता है तो धर्म की स्थापना के लिए धरती पर मानव के रूप में अवतरित होकर पापियों का नाश कर धर्म की स्थापना करता हूँ इसी कड़ी में जब गजनी से महमूद गजनवीं का भान्जा विदेशी आतातातायी घुसपैठिया सैयद सालार मसऊद गाँजी मिंया भारत को इस्लामिक राष्ट्र का ख्वाब पाले हुए छह लाख सैनिकों सहित भारत पर आक्रमण कर लूट पाट कोहराम मचाते हुए मुल्तान, दिल्ली,पंजाब, मेरठ, लखनऊ, बाराबंकी आदि को जीतते हुए सोमनाथ मंदिर को लूट कर अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर को तोड़ा और बनारस काशी मंदिर को भी गिरा दिया और जेहाद के नाम पर लाखो नर नारियों काफिरो के खून से  तलवार की प्यास बुझाई जो कलमा पढ़ लेता उसे जान बख्श देता जो कलमा नहीं पढ़ा उन्हें जमीन में गड़वाकर गुड़ डालकर कुत्तों से नोचवाता बच्चों को आशमान में उछालकर भालो के नोक पर टांग दिया गर्भवती महिलाओं के पेट में छूरा घोंप दिया बूढ़ जवान किसी को नहीं छोड़ा गाँव के गाँव में आग लगाकर जला दिया महिलाओं को नंगा कर सेना में ढकेलकर बलात्कार कराया ऐसा जबरन धर्म परिवर्तन वीभत्स नजारा को देखकर धरती काँप गई जिससे पूरे भारत वर्ष में हाहाकार मच गया ऐसा जघन्य अपराध का दण्ड देने के लिए भगवान श्री हरि विष्णु का अवतार सन् एक हजार नौ इस्वी (1009) बसन्त पंचमी के दिन राजा बिहारीमल राजभर की पत्नी रानी जयलक्ष्मी राजभर के गर्भ से भगवान श्री सुहेलदेव राजभर जी का जन्म बड़े पुत्र रत्न के रूप में हुआ इनके दो छोटे भाई और एक बहन अम्बे देवी का बाद में जन्म हुआ इनके अट्ठारह वर्ष की आयु में सन् एक हजार सत्ताईस इस्वी (1027)में सिंहासनरोहण हुआ और ये श्रावस्ती के राजा घोषित कर दिये गए और देश के इक्कीस राजाओं को संगठित करके बहराईच के चित्तौड़ा मैदान में इक्कीस दिन के घनघोर युद्ध में दस जून एक हजार चौंतीस ईस्वी (10 जून 1034)को छह लाख जिहादी सेनाओं सहित सैयद सालार मसऊद गाँजी मिया का वध करके गाँजी मिया के आतंक से भारत वर्ष को मुक्त कराया इस विजय की गूँज से पूरे विश्व में भगवा ध्वज फहर गया और  (150) एक सौ पचास वर्षो तक  किसी विदेशी की हिम्मत नहीं हुआ कि भारत वर्ष पर आक्रमण करे यह धर्म युद्ध महाभारत के बाद दूसरा महायुद्ध था जो लाखो सैनिकों की वीरगति सुहेलदेव राजभर के तरफ से प्राप्त हुआ उन्हें सनातन हिन्दू धर्म समाज डीह की उपाधि से सम्मानित करने के साथ ही इन्हें गाँव गाँव डीह बाबा ग्राम देवता के रूप में आज भी पूजा अर्चना किया जाता है और गाँजी मिया के पक्ष में जो शहीद हुए उन्हें मुस्लिमों ने शहीद का दर्जा देकर पूजा कर रहे हैं सुहेलदेव राजभर जी सन् एक हजार सतहत्तर इस्वी(1077) में इनका स्वर्गारोहण हुआ भगवान श्री सुहेलदेव राजभर जी के देश के प्रति योगदान को कांग्रेसी, वामपंथी इतिहासकारों द्वारा उदात्त चरित्र को छिपाया गया जिससे आम जनमानस सुहेलदेव राजभर के अमर कृत्य को देश वासियों ने भुला दिया जिसके परिणाम स्वरूप भारत पर यवनो हूणो पुर्तगालियों मुगलो अंग्रेजो का देश गुलाम रहा और देश इरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश के  रूप में बटा और इस्लामिक राष्ट्र हो गए आगे शैलेश कुमार राजभर ने कहा कि श्री सुहेलदेव राजभर जी से प्रेरणा लेकर उनके आदर्शो और उनके रास्ते पर चलते हुए प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जम्बू कश्मीर से धारा 370 एवं 35 ए खत्म कर जम्बू कश्मीर में भारतीय तिरंगा झण्डा लहराने के साथ ही भारतीय संविधान लागू कर देश से जोड़ने के साथ ही देश के घुसपैठियों को बाहर करने के लिए सीएए और एन आर सी लाकर विदेशी घुसपैठियों को बाहर कर रहे हैं जो इतिहास के पिछली भूलो को सुधार रहे हैं शैलेश कुमार राजभर ने सीएए और एन आर सी का विरोध करने वालों को ललकारते हुए कहा कि देश का आम अवाम सब समझ रहा है और देश विरोधियों के कुंठित मानसिकता नापाक मंसूबा देश के सामने आ चुका है और विरोधी बेपर्दा हो चुके हैं जैसे आज देश के कुछ लोग विदेशी घुसपैठियों का खुला समर्थन कर रहे हैं इसी तरह हजारों वर्षो से कुछ लोगो के गद्दारी के कारण ही देश विदेशी आंक्रान्ताओं  का गुलाम रहा और देश के टुकड़े टुकड़े हुए और आज भी भारत के टुकड़ों में बाँटने की नारा लगाते फिरते है और यहा के कुछ गद्दार उनका समर्थन करते हैं शैलेश कुमार राजभर ने जयन्ती समारोह में उमड़ी भीड़ का हाथ उठवाकर  भगवान श्री सुहेलदेव राजभर जी का संकल्प दिलाया कि देश को बंटने से बचाने के लिए आप सभी लोग प्राणों की आहुति देने से पीछे नहीं हटेगें यही सच्चे अर्थो में भगवान श्री सुहेलदेव राजभर जी का जयंती मनाना सार्थक सिद्ध होगा शैलेश कुमार राजभर राजभर ने आगे कहा कि आज के समय में राजभर समाज का दीन हीन दशा मात्र अनुसूचित जनजाति में शामिल होने से ही बदल सकता है राजभर समाज का विकास तभी संभव है जब अनुसूचित जनजाति रूपी संवैधानिक हथियार प्राप्त हो एवं सेना में भी राजभर रेजीमेन्ट की स्थापना हो और देश की सुरक्षा में राजभर युवाओं की भर्ती किया जाय जयन्ती समारोह को दीनानाथ राजभर,रमेश राजभर आदि ने सम्बोधित किया इस अवसर पर रामसहाय राजभर लोकतंत्र रक्षक सेनानी, महात्मा रामशंकर दास जी, लोकतंत्र रक्षक सेनानी अनिरुद्ध यादव प्रधान प्रतिनिधि, शिवसहाय राजभर, विक्रम राजभर,शिवजतन राजभर, रामरतन राजभर,गुलाब यादव,इन्द्रेश भारतीय,भारत सिंह यादव प्रधान प्रतिनिधि,चन्द्रमौल सिंह,दल सिंगार, गुलाब चन्द यादव, राघवेन्द्र यादव,साधु शरन यादव बूथ अध्यक्ष भाजपा,पारस भारतीय, इन्द्रेश भारतीय आदि हजारों महिला पुरूष रहें।

रिपोर्ट- मोहम्मद नईम

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