फर्जी निलंबन के मामले की जांच को पहुंचे उप शिक्षा निदेशक

एटा -  जलेसर अवागढ़- विकासखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नगला लोधा में 4 महीने पहले प्रधानाध्यापिका को अनुचित लाभ देने के लिए फर्जी तरीके से किए गए निलंबन का मामला महानिदेशक स्कूल शिक्षा तक पहुंच चुका है। स्कूल सहायक अध्यापिका द्वारा की गई शिकायत के बाद महानिदेशक ने मामले की जांच शुरू कराई है। उप शिक्षा निदेशक डाइट द्वारा स्कूल पहुंचकर प्रकरण की जांच की।

बताया गया है कि स्कूल की सहायक अध्यापिका आशा चौधरी द्वारा महानिदेशक से शिकायत की गई थी कि 7 नवंबर 2022 को प्रधानाध्यापिका उनके आकस्मिक अवकाश पर होने के दौरान पत्र व्यवहार रजिस्टर पर बिना किसी भौतिक आदेश पत्र के खुद को निलंबित एवं निलंबन अवधि में विकासखंड के दयारामपुर विद्यालय पर अटैचमेंट की सूचना दर्ज कर बिना चार्ज दिए चली गई। खुद को निलंबित बताने वाली प्रधानाध्यापिका द्वारा वित्तीय तथा विद्यालय अभिलेख पूरे नहीं किए। कई दिनों तक विद्यालय की व्यवस्थाएं बाधित रही। लगभग 1 महीने बाद 27 सितंबर 2022 को प्रधानता संगीता को अनुपस्थित दर्शाते हुए निलंबन पत्र उपलब्ध कराया गया। इस मामले में प्रधानाध्यापक का को अनुचित लाभ देकर गलत निलंबन को महानिदेशक से शिकायत की गई वही जलेसर विधायक संजीव दिवाकर ने भी मामले की जांच के लिए जिला अधिकारी को पत्र भेजा।
मामले को अब 4 महीने बाद महानिदेशक द्वारा गंभीरता से लिया गया है तथा संपूर्ण प्रकरण की जांच के लिए उप शिक्षा निदेशक डॉ जितेन्द्र सिंह को नियुक्त किया गया। इसी क्रम में जांच अधिकारी ने स्कूल पहुंचकर सभी अभिलेखों का परीक्षण किया तथा सहायक अध्यापिका से मामले को लेकर जानकारी प्राप्त की। जांच अधिकारी ने निलंबन अवधि में प्रधानाध्यापिका को संबद्ध किए गए दया रामपुर विद्यालय पहुंचकर भी जांच की। हालांकि जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट महानिदेशक को भेजे जाने की बात कही है। उधर माना जा रहा है कि जांच में सहायक अध्यापिका द्वारा लगाई गई आरोप काफी हद तक सत्य होना सामने आए हैं। काफी चर्चित इस मामले में विभाग के भी अधिकारी कर्मचारी फंसते नजर आ रहे हैं। सहायक अध्यापिका का कहना है कि उन्होंने अन्याय के विरुद्ध आवाज बुलंद की है और न्याय मिलने तक चुप नहीं बैठेंगी। अध्यापिका का कहना है कि उन्हें न्याय ना मिला तो वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाने से भी पीछे नहीं हटेंगे उनके पास इस संबंध में संपूर्ण साक्ष्य मौजूद हैं
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परीक्षा ड्यूटी के बावजूद काट दिया वेतन
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सहायक अध्यापिका के साहस और महानिदेशक तक शिकायत से उच्चाधिकारी भी बौखलाहट में है। बताया गया है कि पिछले महीने उनकी बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी होने के बावजूद उन्हें स्कूल में अनुपस्थित दर्शाकर 1 दिन की वेतन की कटौती तक कर दी गई।

रिपोर्ट -लखन यादव 

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