उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान,लखनऊ के द्वारा कुलपति प्रो हरेराम त्रिपाठी विशिष्ट पुरस्कार से पुरस्कृत

सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के कुलपति प्रो हरेराम त्रिपाठी को उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान,लखनऊ से 2018 का विशिष्ट सम्मान/पुरस्कार से संस्थान के अध्यक्ष प्रो वाचस्पति मिश्र के द्वारा आज सम्मानित किया गया।

यह विशिष्ट पुरस्कार देश के पांच विशिष्ट विद्वानों को संस्कृत भाषा के उन्नयन,सांस्कृतिक और शैक्षणिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये दिया गया है।जिसमें इस संस्था के कुलपति प्रो हरेराम त्रिपाठी को एक लाख एक हजार रुपये (1,01000-00)की राशि,प्रशस्ति पत्र,अँगवस्त्रम और युक्त पट्टिका(शील्ड) दिया गया है।

ज्ञातव्य हो कि इस पुरस्कार को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी जी के हाथों प्राप्त होना था किन्तु कोरोना काल के कारण सम्मान समारोह का आयोजन न हो पाया।इसे आज उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान अध्यक्ष प्रो वाचस्पति मिश्र के द्वारा प्राप्त कराया गया। ज्ञातव्य हो कि कुलपति प्रो हरेराम त्रिपाठी ने संस्कृत के प्रचार-प्रसार एवं विकास के लिये अनवरत सम्पूर्ण देश मे अतिमहत्वपूर्ण योगदान दिए हैं।

शिक्षा-दीक्षा- देवरिया से प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त कर इसी विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा सुवर्ण पदकों सहित प्राप्त किये।

संक्षिप्त परिचय- ज्ञातव्य है कि नवनियुक्त कुलपति प्रो त्रिपाठी जी  का जन्म 1 अगस्त 1966  को मूलत: (कुशीनगर)जनपद के चकिया ग्राम  में हुआ।  

कैरियर-- वर्ष 1993 में राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान (रणबीर कैम्प-जम्मू)में सहायक आचार्य पद से कैरिअर की शुरुवात करते हुये वर्ष 2001 में लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में उपाचार्य नियुक्त होकर वर्ष 2009 में सर्व दर्शन विभाग में प्रोफेसर बने तथा विश्वविद्यालय में विभागाध्यक्ष,संकायाध्यक्ष,छात्रावास अधिष्ठाता का दायित्व निर्वहन करते हुये आईसीपीआर के गवर्नींग बॉडी के सदस्य एवं अनेकों विश्वविद्यालयों में विभिन बॉडी के सदस्य भी हैं। 12 जून 2021 से सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के कुलपति।सम्मान व पुरस्कार-
वर्ष 2003 मे महर्षि वादरायण राष्ट्रपति पुरस्कार,शंकर वेदान्त, पाणिनी सम्मान के साथ साथ अन्य सम्मान प्राप्त किये।

रिपोर्टर : अजय कुमार उपाध्याय

 

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