ध्वनि की गति से 32 गुना अधिक की रफ्तार से धरती पर पहुंचेगा,आज समंदर में गिरेगा NASA का ओरियन कैप्सूल

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का चंद्रमा पर पहुंचने के मिशन का पहला चरण रविवार को पूरा होने वाला है. ओरियन कैप्सूल चंद्रमा के चारों ओर हजारों मील की दूरी तक फैली एक कक्षा में प्रवेश करने के बाद आज वापस लौट रहा है. ये कैप्सूल भारतीय समय के मुताबिक रविवार रात 11:09 पर कैलिफोर्निया से दूर प्रशांत महासागर गिरेगा. नासा के लिए ये मिशन बेहद अहम है. कैप्सूल के सही सलामत नीचे आने के बाद ही भविष्य में एस्ट्रोनॉट्स को चांद पर भेजा जाएगा.

कैप्सूल ने 16 नवंबर को फ्लोरिडा के केनेडी अंतरिक्ष केंद्र से नासा के अब तक के सबसे ज्यादा ताकतवर रॉकेट के जरिए उड़ान भरी थी. इस मिशन के सफल होने पर नासा 2024 में अंतरिक्ष यात्रियों को चांद के आसपास भेजने के मिशन को अंजाम देगा. इसके बाद नासा 2025 में एक यान को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतारने की कोशिश करेगा.

1- इस कैप्सूल का धरती पर आना चुनातियों भरा होगा. ऐसे में नासा के वैज्ञानिक पल-पल इस  पर नज़र रखेंगे. आईए एक नज़र डालते हैं इसकी वापसी से जुड़ी कुछ खास बातों पर…

2- ये कैप्सूल 40,000 किमी/घंटा (25,000 मील प्रति घंटे) – या ध्वनि की गति से 32 गुना अधिक की रफ्तार से धरती पर पहुंचेगा.

3- आगे क्या होता है यह पूरे प्रयास की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है. ओरियन की आगे की ओर की सतह पर घर्षण और दबाव से तापमान 3,000 डिग्री सेल्सियस (5,000F) के करीब पहुंचने की संभावना है.

4- यदि भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने के लिए कभी भी ओरियन पर भरोसा किया जाए, तो अंतरिक्ष यान के इस हिस्से को कवर करने वाले परिक्षण को इस चुनौती से निपटना होगा

5- आर्टेमिस मिशन मैनेजर माइक सराफिन ने कहा है कि हीटशील्ड एक सुरक्षा-महत्वपूर्ण उपकरण है. इसे अंतरिक्ष यान और उसके यात्रियों, बोर्ड पर अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है. इसलिए इसे काम करने की जरूरत है.

6- नासा के मेलिसा जोन्स ने कहा कि अलग-अलग परीक्षण और आकलन किए जाएंगे, ‘हम कैप्सूल के साथ बहुत सावधान रहेंगे; जहाज में किसी भी चीज़ को छूने से पहले हम उस हीटशील्ड की लगभग डेढ़ घंटे की इमेजरी लेंगे.

7- पचास साल पहले नासा के अपोलो कार्यक्रम के बाद से यह पहली बार है जब कोई कैप्सूल चंद्रमा पर पहुंचा है और चार अरब डॉलर की लागत वाली यह परीक्षण उड़ान काफी महत्वपूर्ण है.

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