सीबीएसई बोर्ड से संचालित बलिया जनपद के 2 दर्जन से अधिक विद्यालयों ने मेधावी छात्रों के जीवन से किया खिलवाड़

बलिया सीबीएसई बोर्ड 2021 हाई स्कूल बोर्ड की परीक्षा का परीक्षा परिणाम हजारों मेधावी छात्रों के लिए अभिशाप बन गया है। आखिर मेधावी छात्र छात्राओं को किस आधार पर नंबर दिया गया। जिसकी वजह से पढ़ने में होनहार अधिकतर छात्र छात्राओं  का मामूली नंबर आया। जबकि वे छात्र छात्राएं बोर्ड की परीक्षा देकर भी 90 से लेकर 95% तक नंबर ला सकते थे। मंगलवार को सीबीएसई बोर्ड हाई स्कूल की परीक्षा में नंबर कम आने की वजह से युवा समाजसेवी बबलू पांडे का इकलौता पुत्र और मनस्थली एजुकेशन सेंटर रेवती का छात्र अंश पांडे ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दिया।

हजारों हजारों ऐसे मेधावी छात्र-छात्राएं हैं जिनको हाई स्कूल की परीक्षा में 50% से भी कम नंबर मिले हैं। सोचने का विषय यह है कि क्या सचमुच मेधावी छात्रों के जीवन से स्कूल वाले खिलवाड़ कर उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रहे हैं?
बलिया जनपद के 2 दर्जन से अधिक ऐसे विद्यालय हैं जहां के छात्र-छात्राएं प्रतिदिन अपने विद्यालय के प्रिंसिपल से नंबर कम आने की शिकायत करते हैं और तू तू मैं मैं होती रहती है।

ऐसी स्थिति में विभिन्न विद्यालयों के प्रबंधक और प्रधानाचार्य को चाहिए कि कम अंक पाने वाले छात्र छात्राओं का अधिक से अधिक नंबर बढ़ाने के लिए विभागीय कार्य करें अन्यथा की स्थिति में दर्जनों विद्यालय और उसके प्रबंधक और प्रधानाचार्य प्रतिदिन विवादों के घेरे में बने रहेंगे ।

कुछ बुद्धिजीवियों ने आरोप लगाया कि बलिया जनपद के ऐसे 2 दर्जन से अधिक विद्यालय हैं जो रुपए लेकर अच्छे छात्र छात्राओं  का कम नंबर और कमजोर छात्र-छात्राओं  को अधिकाधिक नंबर दे देते हैं। यह बात विवादों में फंस गई है। इसके लिए कई लोगों ने सीबीआई जांच कराने की मांग किया। अधिकांश अभिभावकों ने यह मांग किया कि इसकी विधिवत जांच कराई जाएगी और दोषियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्र के बुद्धिजीवियों ने आरोप लगाया कि जनपद के जिन विद्यालय में मेधावी छात्रों के जीवन से खिलवाड़ किया गया है उसमें मनस्थली एजुकेशन सेंटर रेवती वाईवीएन स्कूल अगरौली  कुंवर कान्वेंट स्कूल सहतवार सिटी कान्वेंट स्कूल सहतवार इत्यादि स्कूल शामिल है जहां प्रतिदिन दर्जनों छात्र छात्राएं और उनके अभिभावकों द्वारा पहुंचकर विद्यालय प्रबंधक और प्रिंसिपल से तू तू मैं मैं होती रहती है।

संवाददाता: गिरीश मिश्र

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