आजाद भारत में शिक्षा व्यवस्था के विश्वकर्मा थे अबुल कलाम : डॉ रजनीश
सहरसा : स्थानीय ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग काॅलेज में मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर ईस्ट एन वेस्ट कॉलेज समुह के चेयरमैन डॉ रजनीश रंजन व प्राचार्य डॉ नागेन्द्र कुमार झा सहित सभी प्राध्यापकों ने आजाद के तैल चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें याद किया गया। इस अवसर पर चेयरमैन डॉ रजनीश रंजन के नेतृत्व में महाविद्यालय से शिक्षा जागरुकता यात्रा भी निकाला गया। अपने संबोधन में चेयरमैन ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा एवं महान स्वतंत्रता सेनानी थे। कहा आज हम सभी देश की शिक्षा प्रणालीयों में उनके योगदान को याद करते हुए शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता यात्रा निकाला गया। उन्होंने कहा वर्ष 2008 में भारत सरकार द्वारा मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्म दिवस को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में घोषित किया गया था। कहा स्वतंत्र भारत में मौलाना अबुल कलाम शिक्षा व्यवस्था के विश्वकर्मा के रूप थे। क्यों कि उन्होंने भारतीय शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ कही जाने वाली संस्थान विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, भारतीय प्रोद्यौगिकी संस्थान, साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी एवं संगीत नाटक अकादमी जैसे प्रमुख संस्थानों का निर्माण कराया था। कहा आज का दिन शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाने के भारत के संकल्प को दुहराता है। इस अवसर पर रामचंद्र विद्यापीठ के प्राचार्य डॉ राजन कुमार सिंह, जन संपर्क पदाधिकारी अभय मनोज,बिलीस प्रभारी श्रीनिवास, सीएसयु प्रभारी सुज्ज्वल चौधरी, जनसंचार महाविद्यालय के नामांकन प्रभारी शशिभूषण कुमार सहित सभी शैक्षनिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी मौजूद थे।
रिपोर्टर : अजय कुमार


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