चौपाई एक इलाज अनेक- श्रीरामचरितमानस

लेख़क- अर्पित सिसोदिया 

भारत हमेशा से ही वेद, पुराण, गीता, उपनिषद का देश रहा है, हमारी ज्यादातर समस्यायों का समाधान इन्ही किताबों और ग्रंथों में मिल जाता है. हमारें पूर्वजों ने लगभग सभी समस्यायों का समाधान अपने महाकाव्यों, ग्रंथो, और उपनिषदों में लिख दिया था ताकि आने वाली पीड़ियों को उनकी बातें रास्ता दिखा सके. हर एक व्यक्ति अपने जीवन में अपना अधुरा स्वप्न और लक्ष्य पूरा करना चाहता है. उसके लिए वो लगातार प्रयन्त भी करता है लेकिन उनको  सफलता नहीं मिलती है, हमारे द्वारा लिए गए संकल्प, प्रण और निर्णय धरे रह जातें हैं अक्सर हम कठिनाइयों से घबरा कर रुक जाते हैं और हार तक स्वीकार कर लेते हैं. इस अगाध निराशा के सागर में श्रीरामचरितमानस जी की चौपाई आपकों उर्जवान बना देगी. अपने लक्ष्य के प्रति आपको फिर से खड़ा करेगी. अगर आपके पथ पर अगर कांटे न हो , मार्ग में पत्थर न हों तो मंज़िल पर पहुँचने में , उसको पाने की ख़ुशी और सम्पूर्णता में कमी सी लगती है. तो आइये हम आपको श्री रामचरितमानस जी की सिद्ध चौपाई को बताते है जिसका ज़ाप करके आप अपने जीवन में संतुलन और उर्जा ला सकते है साथ ही साथ आपको कई समस्यायों से भी मुक्ति मिलेगी कहने का अर्थ इतना है चौपाई एक इलाज अनेक....

चौपाई

अंगद कहइ जाउँ मैं पारा। जियँ संसय कछु फिरती बारा।।
जामवंत कह तुम्ह सब लायक। पठइअ किमि सब ही कर नायक।।
कहइ रीछपति सुनु हनुमाना। का चुप साधि रहेहु बलवाना।।
पवन तनय बल पवन समाना। बुधि बिबेक बिग्यान निधाना।।
कवन सो काज कठिन जग माहीं। जो नहिं होइ तात तुम्ह पाहीं।।
राम काज लगि तब अवतारा। सुनतहिं भयउ पर्वताकारा।।
कनक बरन तन तेज बिराजा। मानहु अपर गिरिन्ह कर राजा।।
सिंहनाद करि बारहिं बारा। लीलहीं नाषउँ जलनिधि खारा।।
सहित सहाय रावनहि मारी। आनउँ इहाँ त्रिकूट उपारी।।
जामवंत मैं पूँछउँ तोही। उचित सिखावनु दीजहु मोही।।
एतना करहु तात तुम्ह जाई। सीतहि देखि कहहु सुधि आई।।
तब निज भुज बल राजिव नैना। कौतुक लागि संग कपि सेना।।

“कवन सो काज कठिन जग माही जो नही होइ तात तुम पाही”
का 108 बार जाप इस चौपाई से श्री हनुमानजी स्वयं भक्त के कार्यो को सिद्ध कर देते है यह चौपाई बहुत ही विलक्षण व शक्तिशाली है. यह दिव्य चौपाई का प्रतिदिन 108 बार पाठ करने से भूत बाधा, कलह-क्लेश बाधा, तंत्र बाधा, संकट, मसान बाधा, वशीकरण, सम्मोहन, नकारात्मक बाधा, कार्यो मे रूकावट आदि बाधाए हमेशा के लिए दूर हो जाती है.

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