गीता क़िताब नहीं बल्कि मानव जीवन का सविंधान है, इसके रहस्‍यमयी फ़ायदों को जानकर आप भी रोज़ाना कर देंगे पढ़ना शुरू


गीता, महाभारत हमारे सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथों में से आते है. अगर इसे कोई बच्चा पढ़े तो मनोरंजन की क़िताब समझ आएगी और यदि कोई ज्ञानी पढ़े तो उसे महान दर्शन की अनुभूति होगी. गीता का अध्ययन करने वाला व्यक्ति धीरे धीरे कामवासना,क्रोध,लालच और मोह माया के बंधनों से मुक्त हो जाता है. ऐसे सांसारिक बंधन उसे और उसके लक्ष्य में कभी रुकावट नहीं बन पाते है. वैसे तो गीता का उपदेश दौपर युग में महाभारत युद्ध के दौरान कुरुक्षेत्र के मैदान में श्री कृष्ण ने अर्जुन को सुनाया था और वहीं से गीता का प्रसार शुरू हुआ लेकिन इससे पहले गीता का उपदेश करोड़ो वर्ष पहले भगवान विष्णु ने सूर्य को सुनाया था सूर्य ने अविश्वान मनु से कहा महाराज मनु ने अपनी पुत्री सुवाकु से कहा और सुवाकु से राज्य ऋषियों ने जाना इस तरह यह राज्य ऋषियों परंपरा में चलता रहा और दीर्घ काल में यह इसी पृथ्वी में विलुप्त होता रहा तत्पश्चात दौपर युग में भगवान कृष्ण ने इसे अर्जुन को सुनाया और आज यह हमारे लिए किताबों के रूप में प्रस्तुत है. 

भगवान् श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को सुनाया गया यह गीता का उपदेश समस्त मानव जाति के कल्याण का मार्गदर्शक है. यह हमें बताता है कि हम कौन हैं,कहाँ से आये हैं, यहाँ पर कैसे रहना है और एक दिन फिर कहाँ जाना है. 5 हज़ार 5 सौ साल पहले इसमें जो बातें कही गयी थी वो आज भी उतनी ही कारगर सिद्ध होती हैं यह एक ऐसा संविधान है जिसमे अभी तक कोई संशोधन नहीं हुआ है और ना ही कभी होगा क्योकि इसके रचयिता स्वयं भगवान विष्णु हैं. आइये गीता जी में छुपे रहस्‍यमयी फ़ायदों के बारे में आपको बताते है.

- गीता पढ़ने से व्यक्ति का आत्मबल बढ़ता है और व्यक्ति साहसी और निडर बनकर अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ता है 

-रोजाना गीता पढ़ने से शरीर और दिमाग में सकारात्मक ऊर्जा विकसित होती है. ऐसे व्यक्ति को भूत पिशाच आदि का भय नहीं रहता.

-भगवद गीता का पाठ करने से मृत्यु के बाद व्यक्ति पिशाच योनी में जाने से बच जाता है. व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. उसे गोलोक में स्थान मिलता है. ज्योतिष शास्त्र में इस बात का उल्लेख मिलता है कि जो भी कोई व्यक्ति नियमित रूप से गीता का पाठ करता है उसका स्वास्थ्य उत्तम बना रहता है और बीमरी उसका पीछा छोड़ देती है.

-गीता का पाठ करने से ज्ञान के साथ साथ मन की शांति की भी प्राप्ति होती है.

-गीता का पाठ रोजाना करने से जीवन की परेशानियों के हल मिल जाते हैं. 

-गीता के पाठ को नियमित रूप से करने से कष्टों से मुक्ति मिल जाती है.

-गीता का पाठ अपने शत्रुओं को पराजित करने के लिए सर्वोत्तम माना जाता है.

-गीता के पाठ के प्रभाव से आपके शत्रु द्वारा आपके विरुद्ध रचे गए सभी षड्यंत्र विफल हो जाते हैं.

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