स्वास्थ्य केन्द्र की पुरानी इमारत बनी खण्डर, मलवे का अता पता नहीं

इगलास :   इगलास नगर में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की पुरानी इमारत जो कभी टिकाऊ व सुंदर दिखाई देती थी और चिकित्सकों से लेकर महिला चिकित्सक व स्टाफ नर्स तक अस्पताल में तैनात रहते थे, यहां रौनक रहती थी । सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की नई इमारत तैयार हो जाने पर जब से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दूसरी इमारत में परिवर्तित हुआ है। तब से यहां देखा जा रहा है पुरानी इमारत रख रखाव के अभाव में खंडर होती हुई धरासायी होती जा रही है तथा इमारत में लगे जंगला,   खिड़की, गेट आदि का अता पता नहीं है। बतादें लोगो का यहां तक कहना है कि विभागीय अधिकारी इस ओर से बेखबर हैं और प्रभावशाली लोग उक्त अस्पताल की जमीन को हड़पने के प्रयास में है। इगलास नगर में शिवदान सिंह इंटर कॉलेज व खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समीप स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की खंडर पड़ी इमारत में वर्षों पहले जब अस्पताल चल रहा था।  उन दिनों चिकित्सकों व स्टाफ के आवास यहां थे और अस्पताल के कर्मचारी भी अस्पताल परिसर में स्थित आवासों में रहते थे। देर सवेर कोई इमरजेंसी केस आता था तो तत्काल उसको देखा जाता था। इगलास नगर व क्षेत्र के बुजुर्ग  लोगों से बात चीत करने व अस्पताल की जानकारी लेने से पता चला है, जब अस्पताल चल रहा था उन दिनों बहुत चहल पहल रहती थी। जब से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की दूसरी इमारत तैयार हुई है, अस्पताल उस इमारत में सिफ्ट हो जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरान का इस इमारत की ओर ध्यान न होने की वजह से इमारत रख रखाव के अभाव में खंडर में तब्दील होते हुए धरासायी हो गई है। जैसा कि एक कहावत है 'सुनी खेती भेड़ियों का राज", खंडर हुई अस्पताल की इमारत में लगे जंगले, खिड़की, गेट आदि को कौन ले गया या विभाग ने बेच खाया आज तक कोई पता नहीं है। लोगों का कहना है कि अस्पताल की खंडर पड़ी इमारत में लोग जहां शौच करते हैं वहीं कुछ लोगों ने कंडा पाथना शुरू कर दिया है। वही यदि जमीनी स्तर पर देखा जाए तो मौके पर पता चल सकेगा कि कुछ प्रभावशाली लोग अस्पताल की जमीन पर अतिक्रमण कर रहे हैं और उक्त जमीन को हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। बतादें कि इगलास में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, अग्निशमन कार्यालय आदि की इमारत इस खंडर में निर्माण करा दी जाएं तो, जहां उक्त जमीन का गोलमाल होने से बचेगा वहीं नगर को सुंदर इमारत मिलेगी।

 रिपोर्टर : इंद्रजीत प्रेमी 

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