BUDGET 2024: वित्त मंत्री का बड़ा एलान, कैंसर की इन दवाओं के कम होंगे दाम

NEHA MISHRA

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार 23 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी NDA सरकार का पहला बजट पेश किया. उन्होंने संसद में सुबह 11:00 बजे बजट 2024 पेश किया है. इस दौरान वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कई बड़ी परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई. इसके साथ ही इस बजट में उन्होंने कैंसर की 3 दवाओं से कस्टम ड्यूटी हटाने की घोषणा की है. आपको बता दें कि भारत में कैंसर के मरीज हर साल बढ़ रहे हैं. इसको देखते हुए वित्त मंत्री ने बजट 2024 से मरीजों को एक बड़ी राहत दी है. 

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कैंसर एक बहुत ही खतरनाक जानलेवा बीमारी है. इसका इलाज तो संभव है. लेकिन इलाज में भी काफी पैसा खर्च होता है जिसका खर्च उठाना सबके बस की बात नहीं है. मेडिकल क्षेत्र में इतनी तरक्की करने के बाद अब भी कैंसर की कई दवाइयां विदेश से मंगाई जाती है. विदेश से मंगाने के कारण इन दवाओं की कीमत बहुत ज्यादा हो जाती है. सरकार ने इस दर्द को समझते हुए कैंसर की 3 दवाओं पर लगने वाले कस्टम शुल्क को खत्म कर दिया है. आपको बता दें कि जब कोई वस्तु बॉर्डर के उस तरफ से आती है सरकार उस पर कस्टम शुल्क लगाती है. वहीं इन 3 दवाओं पर कस्टम शुल्क खत्म हो जाने से दवाओं की कीमत 15 से 20 प्रतिशत कम होने की संभावना है. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है. ऐसी बीमारियों की रोकथाम और इलाज को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 3 दवाओं पर कस्टम ड्यूटी में छूट देने से कैंसर के इलाज में मरीजों को आसानी होगी.

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आपको बता दें कि बजट पेश होने के बाद कैंसर की ट्रैस्टुज़ुमैब डेरक्सटेकन, ओसिमर्टिनिब और ड्यूरवलुमैब दवाएं सस्ती होंगी. डेरक्सटेकन दवा ब्रेस्ट कैंसर की दवा है और इसका उपयोग HER 2 पॉजिटिव जीन वाले सभी कैंसर में किया जा सकता है. ओसिमर्टिनिब EGFR फेफड़ों के कैंसर की दवा है. ड्यूरवालुमैब फेफड़ों और पित्त पथ के कैंसर के लिए दवा है. यह एक इम्यूनोथेरेपी दवा है जो PD-L1 प्रोटीन को अवरुद्ध करके काम करती है, जिससे इम्यून सिस्टम कैंसर सेल्स पर हमला करने में मदद मिलती है. इसका उपयोग नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर और यूरोटेलियल कार्सिनोमा के इलाज के लिए किया जाता है. बता दें कि ये सभी कैंसर भारत में काफी आम हैं. फेफड़ों और ब्रेस्ट कैंसर के मामले भी देश में काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में इन कैंसरों की दवाओं को सस्ती करने से मरीजों को काफी फायदा मिलेगा.

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