चाह कर भी नहीं बदल सकते जन्म से पहले तय हुई यें 3 चीज़ें

आपने अक्सर लोगों को कहते हुए सुना होगा कि हमारा मृत्युकाल हमारे जन्म से भी पहले निर्धारित होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि इसके अलावा भी कुछ और बातें ऐसी होती हैं जो की हमारे पैदा होने से पहले ही सुनिश्चित कर दी गयी होती हैं। 

दरअसल इंसान की तकदीर से जुड़ी 3 अहम चीज़े हैं जो मां के गर्भ में रहते ही तय होती हैं और इंसान उन्हें पूरी जिंदगी बदल नहीं सकता है। ऐसा ही कुछ बताया है महान विद्वान आचार्य चाणक्‍य ने कि व्‍यक्ति के भाग्‍य से जुड़ी 3 चीजें तो ऐसी हैं, जो मां के गर्भ में ही तय हो जाती हैं। इसके बाद चाहकर भी उन्‍हें कभी नहीं बदल सकता है। 

क्या आप जानते हैं कि, आचार्य चाणक्य की चाणक्‍य नीति में कई ऐसी बातें लिखी हैं जिनकी प्रासंगिकता सदियां गुजरने के बाद भी खत्‍म नहीं हुई हैं और इन्‍हीं में से कुछ बातें मनुष्‍य के जन्‍म और उसके भाग्‍य से भी जुड़ी हुई हैं। चलिए जानते है कि हमारे जीवन से जुड़ी ऐसी कौनसी बातें हैं जो हम चाह कर भी कभी नहीं बदल सकते। 

कितने साल का है जीवन?
आचार्य चाणक्‍य कहते हैं कि व्‍यक्ति की उम्र कितनी होगी, वह कितने साल जिएगा, इसका फैसला उसके मां के गर्भ में आते ही हो जाता है, फिर वह उतने ही साल जीता है, जितना उसकी तकदीर में लिख दिया जाता है इसी तरह मृत्‍यु का समय भी जन्‍म के पहले ही तय हो जाता है। इसे कोई भी व्‍यक्ति बदल नहीं सकता है। इसलिए हर व्‍यक्ति को अपने जीवन में बहुत अच्‍छे कर्म करने चाहिए, ताकि अगले जन्‍म में खूब सुख, समृद्धि और अच्‍छा भाग्‍य मिले। 

कितना मिलेगा सुख और कितना भोगना है दुख?
व्‍यक्ति कैसा जीवन जियेगा उसका निर्धारण भी मां के गर्भ में ही हो जाता है। यह तय हो गया है कि व्‍यक्ति इतने साल कष्‍ट में या सुख में बिताएगा तो ऐसा ही होगा। उसे अपने हिस्‍से के सुख या दुख भुगतने ही होंगे। 

विद्या और धन की प्राप्ति 
ये 2 चीजें भी जन्‍म के पहले ही निर्धारित हो जाती हैं। इसलिए तमाम कोशिशों और मेहनत के बाद भी लोगों को निर्धनता में ही जीवन बिताना पड़ता है। 

(यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।) 

Vaishnavi Rastogi

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