भारत में कैजुअल डेटिंग का बढ़ रहा चलन, शादी में बेवफाई हुई नार्मल

भारत एक ऐसा देश है जो अपनी संस्कृतितयों और परम्पराओं के लिए जाना जाता है। भारत में शादी, विवाह जैसे सम्बन्ध को अटूट बंधन माना गया है। हिन्दू पुराण के अनुसार विवाह सात जन्मों का सम्बन्ध है। लेकिन अब बढते विकास और आधुनिकता के कारण लोगों के सोचने का तरीका भी बदल गया है , अब लोग शादी से ज्यादा कैजुअल डेटिंग में रूचि ले रहें हैं।  कुछ ऐसा ही चौकाने वाला खुलासा एक्स्ट्रा मैरिटल डेटिंग ऐप ग्लीडन (Gleeden) ने किया है, ग्लीडन के एक शोध में पता चला है कि , भारत के 60 % से ज्यादा लोग डेटिंग के गैर-पारंपरिक तरीकों को अपना रहे हैं , जैसे कि स्विंगिंग ( इसमें पार्टनर्स मनोरंजन के लिए दूसरों के साथ संबंध बनाते हैं।  शोध के नतीजों में कहा गया कि भारत में ओपन रिलेशनशिप और सिचुएशनशिप का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है । शोध में देखा गया कि 46 प्रतिशत पुरुष ऐसे रिश्तों में आगे बढ़ना चाहते हैं, जिनमें सबसे अधिक कोलकाता (52 प्रतिशत) के हैं।  

जहां पहले की शादियों के कपल्स का कहना था कि  , मुझे हर जन्म में यहीं पार्टनर चाहिए । वहीं अब शादी में रहते हुए खुलेआम पति , पत्नी किसी दूसरे के साथ रहने के सपने देख रहे हैं।  जिसमे सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की है 35 % तो वहीं पुरुष की 33 % है।   इस तरह की बेवफाई में शादी से इतर किसी दूसरे इंसान से शारीरिक संबंध बनाना ही सीमित नहीं है बल्कि इसमें भावात्मक जुड़ाव भी शामिल है। अगर कोई इंसान शादी से इतर दूसरे इंसान के साथ भावात्मक रूप से जुड़ा है तो इसे बेवफाई माना जाएगा। 

इस शोध में ग्लीडेन ने शादी, बेवफाई और सांस्कृतिक मानदंडों के प्रति भारत के बदलते नजरिए पर एक स्टडी की है । स्टडी में 25 से 50 साल के बीच के टियर 1 और टियर 2 शहरों के 1,503 शादीशुदा भारतीयों को शामिल किया गया।  हालंकि भारत में बढ़ते लिव - इन रिलेशनशिप के चलन पर रोक लगाने के लिए, उत्तराखंड में UCC के तहत जो पहले से बगैर शादी के साथ रह रहे हैं या लिव इन में रहने की योजना बना रहे हैं, उन्हें धारा 381 के तहत बाकायदे सरकार को जानकारी देनी होगी। 

लिव-इन रिलेशनशिप क्या है - 

लिव-इन रिलेशनशिप एक ऐसी व्यवस्था है। जिसमे दो लोग एक ही छत के नीचे साथ रहते हैं . एक दुसरे के साथ शाररिक सम्बन्ध बनाते हैं। साथ रहते -रहते भावनात्मक जुड़ाव हो जाता है । या कई बार साथ रहते - रहते बोरियत महसूस होने लगती है। जिसके बाद वो रिश्ता ख़त्म हो जाता है। 

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.