स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से बिना रजिस्ट्रेशन के चलाई जा रही है फर्जी क्लीनिक ,लोगों की जान के साथ खुलेआम खिलवाड़

दतिया :- अधिकतर आप लोगों ने सुना होगा उपचार के अभाव में या उपचार के दौरान कई लोगों की मृत्यु हो जाती है जिसका मुख्य कारण झोलाछाप डॉक्टरों के यहां इलाज का होना पाया जाता है!

 

और इसी तरह का खेल चल रहा है दतिया जिले के ग्राम उनाव बालाजी जहां डॉक्टर सोनी एवं पाल डॉक्टर ग्राम सरसई मैं डॉक्टर बंगाली, ग्राम पराश्री डॉक्टर बंगाली फर्जी तरीके से क्लीनिक चला रहे हैं इन लोगों के पास नहीं है किसी प्रकार के  रजिस्ट्रेशन या चिकित्सा क्षेत्र में प्रमाण पत्र ऐसी जानकारी विश्वसनीय सूत्रों से मिल रही है!
इतना ही नहीं कई बार  स्वस्थ विभाग अधिकारी द्वारा इनके ऊपर कारवाई की गई है लेकिन कहीं ना कहीं मामला आपसी लेनदेन कर आपस में ही निपटा दिया जाता है ऐसी भी जानकारी विश्वसनीय सूत्रों से है!
 स्पष्ट करना चाहेंगे कि ग्रामीण क्षेत्रों की जनता प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में डॉक्टर की कमी होने की चलते इन झोलाछाप डॉक्टर के यहां इलाज कर आते हैं परिणाम स्वरूप कई बार इलाज के दौरान लोगों को उठानी पड़ती है कठिनाई!
एक और बात इन झोलाछाप डॉक्टर मनमर्जी तरीके से लेते हैं 500 से 1000 रुपए तक की फीस साथ ही अवैध रूप से चलाए जा रहे मेडिकल पर भी पर्ची भेज कमाया जाता है मोटा कमीशन!
और एक बात मेडिकल लाइसेंस किसी  और नाम का जबकि मेडिकल चला और कोई रहा  जोर-शोर से चल रहा है खेल!
अब यहां सवाल खड़ा होता है क्या चिकित्सा विभाग की मिलीभगत से कराया जा रहा है क्षेत्र में है झोलाछाप डॉक्टरों से फर्जी क्लीनिकका काम क्यों नहीं दे रहे हैं चिकित्सा विभाग में बैठे अधिकारी इस समस्या की ओर ध्यान!

 

रिपोर्टर :- नितिन दांतरे

 

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