जहा यज्ञ होता हे,वहा सम्पूर्ण वातावरण पवित्र और देवमय बन जाता है :संत राजेंद्र गिरीजी महाराज
धार : नालछा नगर के प्राचीन चंदलाव तालाब के बिचोबिंच टापू पर शाही रूप में विराजित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर (जुग्गा) परिसर में श्री श्री 1008 श्री राजेंद्र पूरीजी महाराज की प्रेरणा से श्री सिद्धेश्वर महादेव भक्त मंडल द्वारा आयोजित पांच दिवसीय 11 कुंडीय श्री शिव शक्ति महायज्ञ के चतुर्थ दिवस प्रातः सभी यजमानों द्वारा भगवान सिद्धेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक कर आरती की गई तत्पश्चात सभी यजमानों द्वारा यज्ञशाला में भगवान यज्ञनारायण देवता का पूजन कर यज्ञ कुंड में 1 लाख 51 हजार आहुतियां दी गई बाबा महांकाल की नगरी उज्जैन से पधारे यज्ञाचार्यो द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अनुष्ठान करवाया जा रहा है वही श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर पर तपस्यारत संत श्री श्री 1008 श्री राजेंद्र पुरीजी महाराज ने यज्ञ का महत्व बताते हुए कहा की यज्ञ मानव जीवन को सफल बनाने के लिए एक आधारशिला है अग्नि परम पवित्र हे और जहा यज्ञ होता हे वहा सम्पूर्ण वातावरण पवित्र और देवमय बन जाता है यज्ञवेदी में स्वाहा कहकर देवताओं को भोजन परोसने से मनुष्य के दुख दारिद्रय और कष्टों से छुटकारा मिलता हे वही यज्ञ से यजमानों की इच्छित कामनाओं की भी पूर्ति होती हे साथ ही वातावरण भी शुद्ध होता हे और क्षेत्र में भरपूर वर्षा भी होती हे इसलिए यज्ञ आदि अनुष्ठान कार्यों का आयोजन होते रहना चाहिए ।
रात्रि में हुआ श्री श्याम कीर्तन का आयोजन,सजा बाबा खाटू श्याम का भव्य दरबार
पांच दिवसीय आयोजन के चतुर्थ दिवस की रात्रि में श्री श्याम कीर्तन का आयोजन किया गया जिसमे बाबा खाटू श्याम का भव्य और आकर्षक दरबार सजाया गया जिसमे श्रद्धालु भक्तो ने शामिल होकर आहुतियां दी वही इटारसी से पधारी भजन गायिका कृतिका मालविया,और रतलाम से पधारे भजन गायक जीतू वोहरा ने एक से बडकर एक भजनों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी जिस पर श्रद्धालु भक्त जमकर झूमते हुए नजर आया देर रात्रि महाआरती कर प्रसादी का वितरण किया गया इस दौरान नालछा सहित आसपास के क्षेत्र के श्रद्धालु भक्त और बड़ी संख्या में मातृशक्ति मोजूद रही उक्त जानकारी श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी प्रसिद्ध भगवताचार्य पंडित निर्मल इंदुरकर द्वारा दी गई।
रिपोर्टर : अशोक मिरदवाल
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