जनवरी का चौथा सप्ताह हुआ प्रारंभ , ये हफ्ता भी व्रत और त्यौहार को समर्पित
जनवरी साल का पहला महिना होता है और इस महिने सबसे ज्यादा व्रत और त्यौहार होते है. नए साल का पहला महिना यानी कि जनवरी अब अपने अंतिम चरण में है . और जाते- जाते भी इस माह में कई व्रत और त्यौहार हैं. आज से ही जनवरी के चौथे सप्ताह की शुरुआत हो गई है. इस सप्ताह के व्रत भगवान शिव और भगवान विष्णु की आराधना से जुड़े हुए हैं. आइए जानते हैं कि ये व्रत किस दिन और किस तारीख को हैं.तो चलिए आपको बताते है कि आखिर कब कौन सा त्यौहार है –
25 जनवरी, मंगलवार: कालाष्टमी
हिंदू माह में आने वाली हर तिथि किसी न किसी देवता को समर्पित है. हर माह के कृष्ण पक्ष क अष्टमी को कालाष्टमी व्रत रखा जाता है. इस व्रत में भगवान शिव के अंशावतार काल भैरव भगवान की पूजा की जाती है. मान्यता है कि काल भैरव भगवान की पूजा करने से व्यक्ति को अकाल मृत्यु और मृत्यु के डर से मुक्ति मिलती है. इतना ही नहीं, व्यक्ति को सुख-शांति और आरोग्य की प्राप्ति होती है.
कहते हैं कि काल भैरव भगवान तंत्र-मंत्र के देवता होते हैं. भगवान शिव की नगरी काशी की रक्षा काल भैरव द्वारा ही की जाती है. एक दिन में कुल 12 कालाष्टमी व्रत होते हैं. इस साल माघ मास में 25 जनवरी के दिन कालाष्टमी का व्रत किया जाएगा.
28 जनवरी, शुक्रवार: षटतिला एकादशी
हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है. हर माह में दो एकादशी पड़ती हैं और हर एकादशी का अपना अलग महत्व होता है. माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस एकादशी में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. माघ मास में पड़ने वाली षटतिला एकादशी में तिल का छह तरीके से प्रयोग करना बहुत शुभ माना जाता है.
मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से व्यक्ति को कन्यादान, हजारों सालों की तपस्या और स्वर्ण दान के समान पुण्य की प्राप्ति होती है. कहते हैं कि व्यक्ति जीवन के सारे सुख भोगकर आखिर में परमधाम की ओर जाता है. इस साल षटतिला एकादशी 28 जनवरी 2022, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी. षटतिला एकादशी के दिन जानें तिल का छह तरीके से कैसे प्रयोग किया जाता है.
30 जनवरी, रविवार: प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि
प्रदोष व्रत 2022: माघ मास के कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत 30 जनवरी दिन रविवार को है. यह रवि प्रदोष व्रत है. रवि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा करते हैं. शिव जी की कृपा से सुख, सौभाग्य और आरोग्य प्राप्त होता है. इस दिन प्रदोष काल में शिव पूजा करते हैं.
मासिक शिवरात्रि 2022: अभी हिंदू कलैंडर का ग्यारहवां महीना यानि माघ मास चल रहा है. माघ का महीना सभी पूजा पाठ के लिए बेहद शुभ माना जाता है. माघ मास में कई व्रत-त्योहार पड़ते हैं. हर महीने की माघ में मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा. शास्त्रों में माघ शिवरात्रि का विशेष महत्व बताया गया है. रविवार 30 जनवरी 2022 को इस बार मासिक शिवरात्रि मनाई जाएगी. इस दिन भगवान शिवजी के साथ माता पार्वती की भी पूजा की जाती है.
माघ मासिक शिवरात्रि पूजा मुहूर्त-
माघ मासिक शिवरात्रि तिथि- रविवार 30 जनवरी
कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि प्रारंभ- 30 जनवरी सायं 05:28
चतुर्दशी तिथि समाप्त- सोमवार 31 जनवरी अपराह्न 02:18
पूजा के लिए शुभ मुहूर्त- 30 जनवरी, रविवार रात्री 11:38-12:52 तक
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