पीले रंग का धार्मिक महत्व , गुरुवार और पीले रंग का नाता है खास

रंग.... ये केवल एक शब्द ही नहीं है बल्कि सम्पूर्ण सार है .रंगों के बिना जीवन फीका है. हर रंग अपने आप में परिपूर्ण है और हर रंग का अपना महत्व है .कोई रगं शालीनता है प्रतीक है तो कोई तेज का . कोई उत्साह का प्रतीक है तो कोई शोक का . इस देश में ही नहीं बल्कि दुनिया के हर कोने में रंगों का यही महत्व है . रंग भावनाओं और अनुभूतियों के परिचायक हैं लेकिन रंगों का महत्व केवल इतना ही नहीं है. हर रंग की अपनी खासियत है जो हमारे जीवन पर गहरा असर डालती है. वैसे तो हमारे अस्तित्व में हजारों रंग है लेकिन फिर भी मूल रूप से इंद्रधनुष के सात रंगों को ही रंगों का जनक माना जाता है, ये सात रंग लाल, नारंगी, पीला, हरा, आसमानी, नीला और  बैंगनी हैं.और आज हम आपको बताएगें कि प्रकृति में पीले रंग का क्या महत्व है और भारत में ये पीला रंग धार्मिक आस्था का प्रतीक क्यों है. साथ ही ये भी जानेगें कि आखिर हिंदू धर्म में गुरूवार को पीले रंग के महत्व और भी ज्यादा क्यों बढ़ जाता है .

गुरुवार के दिन पीले रंग के कपड़े पहनने की मान्यता पुरातन काल से चली रही है जो आज भी औद्योगिकीकरण के दौर में जारी है. इसका मतलब है कि लोग पुरानी मान्यता को अब भी छोड़ नहीं पाए हैं. पीला रंग सादगी और निर्मलता का प्रतीक माना जाता है जिसके कारण हिंदू धर्म में इस रंग के कपड़े को पहनने की विशेष तौर पर रीत है.पीले रंग बहुत ही शुभ माना जाता है और यह भगवान विष्णु का पसंदीदा रंग होता है. वहीं साईं बाबा को भी यह रंग काफी पसंद था. इसलिए तो गुरुवार को साईं बाबा की पूजा करने वाले लोग पीले रंग के वस्त्र पहनते हैं और पीले ही रंग का भोजन करते हैं

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार पीला रंग है खास -

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार पीले रंग के कपड़े पहनने से विष्णु भगवान की कृपा मिलती है. हिंदू शास्त्र में बृहस्पति को शुभ ग्रह माना जाता है. इस ग्रह का आकार सभी ग्रहों से बड़ा है तो इसलिए इसे गुरु ग्रह भी कहा जाता है. बृहस्पति को भगवान विष्णु का ही रुप माना जाता है और भगवान विष्णु का पसंदीदा रंग पीला था जिसके कारण गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा के लिए पीले रंग के वस्त्र पहनने का रिवाज रहा है. विष्णु भगवान को पीला रंग पसंद होने की वजह से इस दिन पीले रंग के कपड़े पहने जाते हैं.

फेंगशुई में भी पीले रंग का है महत्व -

हिंदु धर्म में पीले रंग को जिस तरह से शुभ माना जाता है वैसे ही फेंगशुई में भी पीले रंग को आत्मिक रंग यानी कि आत्मा या अध्यात्म से जोड़ने वाला रंग बताया जाता है. फेंगशुई का सिद्धांत एनर्जी पर आधारति होता है और पूरी दुनिया को एनर्जी सूर्य देवता से मिलती है जो पीले रंग का ही होता है. इसलिए पीले रंग को सूर्य के प्रकाश का यानी ऊष्मा शक्ति का प्रतीक माना जाता है.

 

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