पवित्र और पुण्यदायिनी है तुलसी की माला, हर लेती है सारे कष्ट

 

तुलसी एक ऐसा दैविक पौधा है जिसकी जितने भी गुण गिनाए जाए कम ही होते हैं . तुलसी ना केवल आध्यतमिक रूप से महात्वपूर्ण है बल्कि औधिषिक महत्व भी तुलसी का कम नहीं है . तुलसी हर रूप में उपयोगी है .कहा जाता है तुलसी की पत्ति के बिना कोई भी पूजा सम्पन्न नहीं मानी जाती है . सनातन हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को दिव्य माना गया है. यह पवित्र और पुण्यदायिनी होती हैसाथ ही सेहत के लिहाज से तुलसी को अमृत की संज्ञा दी गई है. गर्ग संहिता की माने तो तुलसी में लक्ष्मी जी का वास होता है.

लक्ष्मी माता ने जब राधा रानी के रूप में पृथ्वी पर जन्म लिया था तब उनका प्रथम नाम वृंदा यानी तुलसी ही रखा गया था. बाद में राधा रानी की पैरों के पड़ने से बंजर जमीन पर तुलसी के पौधे उग आए थे और उनका जंगल बन गया था.साथ ही साथ भगवान विष्णु को सबसे प्रिय है तुलसी का पत्ता. भगवान को जब भोग लगाते हैं या उन्हें जल अर्पित करते हैं तो उसमें तुलसी का एक पत्ता रखना जरूरी होता है. दूषित पानी में तुलसी की कुछ ताजी पत्तियां डालने से पानी का शुद्धिकरण किया जा सकता है. तांबे के लोटे में एक तुलसी का पत्ता डालकर ही रखना चाहिए. तांबा और तुलसी दोनों ही पानी को शुद्ध करने की क्षमता रखते हैं. रोज सुबह तुलसी के 3-5 पत्तों का सेवन करें.

इन सबके अलावा आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि तुलसी की माला के क्या फायदे हैं और तुलसी की माला हर किसी को क्यों धारण करनी चाहिए , तुलसी के कई प्रकार होते हैं और हर प्रकार की तुलसी की माला बनाई जाती है , हर तुलसी की व्यक्तित्व और गुण अलग अलग होते हैं ....आइए जानते हैं इन सब के बारें में

1. श्यामा तुलसी की माला धारण करने से विशेष रूप से मानसिक शांति प्राप्त होती है, ईश्वर के प्रति श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, मन में सकारात्मक भावना का विकास होता है, आध्यात्मिक उन्नति के साथ ही पारिवारिक तथा भौतिक उन्नति होती है.

2.रामा तुलसी की माला को धारण करने से व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास में वृद्धि तथा सात्विक भावनाएं जागृत होती हैं. अपने कर्तव्यपालन के प्रति मदद मिलती है.

3.तुलसी की माला में विद्युत शक्ति होती है. तुलसी की माला पहनने से बुखार, जुकाम, सिरदर्द, चमड़ी के रोगों में भी लाभ मिलता है. संक्रामक बीमारी और अकाल मौत भी नहीं होती, ऐसी धार्मिक मान्यता है.

4.तुलसी माला पहनने से व्यक्ति की पाचन शक्ति, तेज बुखार, दिमाग की बीमारियों एवं वायु संबंधित अनेक रोगों में लाभ मिलता है.

5.तुलसी की माला पहनने से यश, कीर्ति और सौभाग्य बढ़ता है. तुलसी का पत्ता खाते रहने से किसी भी प्रकार का रोग और शोक नहीं होता.

 

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