सिफर से शिखर तक निरंतर चलने वाला सफर

हजारीबाग : के सर्वांगीण विकास में DMFT निभा रहा है अपनी महत्वपूर्ण भूमिका स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में DMFT मद से कई परियोजनाओं को मिली है स्वीकृति, स्वास्थ्य केंद्रों में कहीं गूंज रही है किलकारियां तो कहीं अंग प्रत्यारोपण का हो रहा सफल प्रयास स्वास्थ्य सेवाओं के रिक्त पदों पर हो रही नियुक्ति व स्वास्थ्य केंद्र हो रहे है वेल इक्विप्ट DMFT मद का समुचित सद्पयोग खनन प्रभावित क्षेत्रों और जिलेवासियों पर हो यही हमारी प्राथमिकता: उपायुक्त DMFT के द्वारा स्वास्थ्य,शिक्षा,महिला एवं बाल विकास,कृषि व पेयजल जैसे महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में किए जा रहे है कई उल्लेखनीय प्रयास: उप विकास आयुक्त डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) खान और खनिज विकास विनियमन संशोधन अधिनियम, 2015 के तहत स्थापित एक गैर-लाभकारी निकाय के रूप में स्थापित एक ट्रस्ट है। इस संबंध में, डीएमएफटी हज़ारीबाग़ को 03/06/2016 को पंजीकृत किया गया है। यह खनन प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के विकास व आवश्यकताओं के लिए काम कर रहा है। साथ ही इसका समग्र उद्देश्य खनन प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न विकासात्मक और कल्याणकारी योजनाओं/कार्यक्रमों को लागू करना और राज्य और केंद्र सरकार की मौजूदा चल रही योजनाओं को पूरक बनाना है। DMFT जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट, हजारीबाग वर्ष 2016 को अस्तित्व में आया है। इन आठ वर्षों में    हजारीबाग के स्वास्थ्य,शिक्षा,महिला बाल विकास और कृषि के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य किए गए है। इन 8 वर्षों में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में करोड़ो रू की धनराशि खर्च की गई है। जिला में समय समय पर उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में विकासात्मक कार्यों के संपादन के लिए कई योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है। उच्च प्राथमिकता वाले सेक्टर जिनमें अबतक योजनाओं की स्वीकृती प्रदान की गई है।

1. पेयजलापूर्ति में 15 योजनाएं।
2. पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण में 3 योजनाएं।
3. स्वास्थ्य सुरक्षा में 105 योजनाएं।
4. शिक्षा के क्षेत्र में 384 योजनाएं।
5. महिला बाल विकास में 33 योजनाएं।
6. कौशल विकास में 25 योजनाएं।
7. सैनिटेशन में 18 योजनाएं।
8. कृषि में 4 योजनाएं।
9. पशुपालन में 4 योजनाएं इस प्रकार अबतक 593 योजनाओं को उपायुक्त के द्वारा स्वीकृती प्रदान की गई है।आईए जानते है DMFT मद से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए किए गए कार्यों की विस्तृत विवरणी तथा उनके सकारात्मक प्रभाव हजारीबाग जिले में वर्तमान में कुल 10 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा 9 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है। इन सभी केंद्रो में DMFT मद से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय के द्वारा 183 विभिन्न रिक्त पदों पर बहाली कर सेवाओं को सुदृढ़ करने के सार्थक प्रयास किए गए है।स्वास्थ्य विभाग में DMFT मद से गत वर्ष 183 विभिन्न पदों पर की गई है नियुक्ति ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर चिकित्सा सेवा सर्वसुलभ हो सके तथा इसके सुगम संचालन के लिए मैनपॉवर और विशेषज्ञ चिकित्सक की आवश्यकता पर उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय और उप विकास आयुक्त श्रीमती प्रेरणा दीक्षित के दूरदर्शिता के साथ त्वरित निर्णय लेते हुए 183 विभिन्न पदों पर संविदा आधारित नियुक्ति कर रिक्त पदों की खाई को पाटने का सकारात्मक प्रयास किया गया है। जिनमें विशेषज्ञ चिकित्सक के 18, चिकित्सा पदाधिकारी के 16, दंत चिकित्सक के 4, स्वास्थ्य प्रबंधक के 9, लैब टेक्नीशियन के 20,एएनएम 40,ग्रेड ए नर्स 37, एक्स-रे टेक्निशियन के 8, ई.सी.जी टेक्निशियन के 6, ऑडियोमैट्रि टेक्नीशियन के 2,एनेस्थीसिया टेक्नीशियन 5,पोस्टमार्टम असिस्टेंट के 1, ओ.टी टेक्नीशियन के 12, ऑप्टोमेट्रिस्ट टेक्नीशियन के 4, इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन के एक पद सहित कुल 183 पदों पर नियुक्ति की गई है।

स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उपलब्धियाँ

आठ एचडब्ल्यूसी ( हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) का एनक्यूएएस प्रमाणन जिसके अंर्तगत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों (एनक्यूएएस) कार्यक्रम की शुरुआत की गई है,ताकि बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं तथा सुविधाओं के साथ-साथ सामुदायिक/सार्वजनिक अस्पतालों की विश्वसनीयता में सुधार हो सके। इन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में डीएमएफटी द्वारा गैप फंडिंग का उच्च सुविधा प्रदान करने के प्रयास किए गए है। सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में लक्ष्य प्रमाणन के लिए लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर में उपकरणों का नवीनीकरण और आपूर्ति। हेल्थ सब सेंटर,जरबा, चुरचू की पुनर्स्थापना। एसबीएमसीएच और परिधि में चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति। शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज, हजारीबाग में कैंटीन का निर्माण (संचालनकर्ता: जेएसएलपीएस) विशेषज्ञ डॉक्टरों, चिकित्सा अधिकारियों और अन्य पैरा-मेडिकल स्टाफ की भर्ती। एसबीएमसीएच, हज़ारीबाग़ में मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर (ऑर्थो) का निर्माण। सुरक्षा के दृष्टिकोण से एचएससी की चारदीवारी का निर्माण (पीएम-अभिम और 15वें वित्त के तहत निर्मित भवन) डेंटल क्लीनिक की स्थापना एवं सीएचसी में डेंटल उपकरणों की आपूर्ति।सुरक्षा गार्ड की उपलब्धता। जिले के पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र)का सुदृढ़ीकरण। एसएनसीयू (शिशु वार्ड), महिला वार्ड एवं लेबर रूम का नवीनीकरण। ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन प्रणाली का सीएमसी। स्वास्थ्य केन्द्रों में हाई मास्ट लाईट की अधिष्ठापन। उपायुक्त के पहल पर वर्षों से चिकित्सकों के आभाव के कारण क्रियाशून्य पड़ी जरबा की पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) में गूंजी किलकारियां, कई महिलाओं का हुआ सामान्य प्रसव चुरचू प्रखण्ड अन्तर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र,जरबा का भवन वर्ष 2020 में तैयार हो गया था। परन्तु विभिन्न कारणों से उसे चालू नहीं किया जा सका था।उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय की पहल व उप विकास आयुक्त श्रीमती प्रेरणा दीक्षि, सिविल सर्जन के प्रयासों के फलस्वरूप दिनांक 13 अप्रैल 2023 को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र,जरबा में स्वास्थ्य सेवाएं प्रारम्भ की गई एवं डीएमएफटी मद से चिकित्सकों की नियुक्ति कर इस क्षेत्र में आई स्वास्थ्य सेवाओं के गैप को भरने का सकारात्मक प्रयास प्रारंभ हुआ। इस क्रम में सर्वप्रथम डी.एम.एफ.टी मद से डॉ. सत्यम कुमार की नियुक्ति पीएचसी,जरबा में की गई। इसी दौरान राज्य सरकार की तरफ से भी जेपीएससी से नव नियुक्त डॉ0 सरोज कुमारी का पदस्थापन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जरबा में किया गया। वर्तमान में पीएचसी जरबा में ए.एन.एम.रीना कुमारी एवं आशा कुमारी, एमडब्ल्यूए सुभाष कुमार, एफडब्ल्यूए पूजा कुमारी एवं ड्रेसर पवन कुमार दास पदस्थापित हैं। केन्द्र के संचालन करते हुए एक वर्ष हो गए है और इन एक वर्षों में सैकड़ों महिलाओं का सामान्य प्रसव कराया गया एवं कई मरीजों ने चिकित्सकों की सेवाओं का लाभ लिया। उपायुक्त ने बताया कि भविष्य में इस केन्द्र के साथ साथ जिले के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में भी आधुनिक उपकरणों की सहायता से स्वास्थ्य सेवाओं को और भी बेहतर करने की योजना है। 8 वर्षों से बंद पड़ी चुरचू प्रखंड के उप स्वास्थ्य केंद्र,लारा को डीएमएफटी मद किया गया जीर्णोधार चुरचू प्रखंड का अर्धनिर्मित उप स्वास्थ्य केंद्र,लारा का भवन जो विगत आठ वर्षों से कई कारणों की वजह से अर्धनिर्मित बंद पड़ा था,उसका जीर्णोधार उपायुक्त नैंसी सहाय के पहल से डीएमएफ़टी मद से 30 लाख की लागत से किया गया।उप स्वास्थ्य केंद्र लारा के क्रियाशील होने से अब चुरचु प्रखंड के ग्रामीणों को गुणवत्ता पूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है। हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के आर्थो विभाग में कूल्हे का सफल प्रत्यारोपण सफलता की कहानी-मॉड्यूलर ओ.टी ऑर्थो...!

"सफलता की कहानी"

डीएमएफटी मद से संचालित मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर (ऑर्थोपेडिक्स विभाग)। हज़ारीबाग़ के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने के उद्देश्य से डीएमएफटी मद से 62 लाख रुपये के वित्तीय बजट के साथ शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज, हज़ारीबाग़ में मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर की स्थापना की गई है। DMFT मद से मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर (ओटी) की स्थापना, हज़ारीबाग़ के लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है।

1) मॉड्यूलर (ओटी): ऑर्थोपेडिक्स हिप और घुटने रिप्लेसमेंट सर्जरी जैसी गंभीर सर्जरी को हजारीबाग में ही संभव बन पाया।

2) मॉड्यूलर ओटी ऑर्थोपेडिक्स संक्रमण मुक्त सर्जरी की सुविधा प्रदान कर रहा है,जिससे रोगी की स्वास्थ्य जटिलता कम होती है और इसके परिणामस्वरूप रोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो पाया है।

3) मॉड्यूलर ओटी-ऑर्थो की स्थापना से बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लाभ स्थानीय मरीजों को उठाना संभव हो पाया है। इससे इलाज के लिए मरीजों को शहर से बाहर जाना कम हो पाया है।

4) एसबीएमसीएच (हजारीबाग मेडिकल कॉलेज) हज़ारीबाग़ में मॉड्यूलर ओटी ऑर्थोपेडिक्स की स्थापना से 1 लाख से अधिक आबादी लाभान्वित होगी।

अनुमंडलीय अस्पताल,बरही में मानव संसाधन के अभाव में बंद पड़े पोस्टमार्टम केंद्र में DMFT मद से पोस्टमार्टम असिस्टेंट के रिक्त पद को भर कर किया गया क्रियाशील। अनुमण्डलीय अस्पताल बरही में बंद पड़े पोस्टमार्टम भवन को डीएमएफ़टी मद से पोस्टमार्टम असिस्टेंट को नियुक्त कर चालू किया गया है तथा अन्य सुविधाओं को भी बहाल किया गया है। बरही तथा चौपारन प्रखंड दुर्घटना संभावित क्षेत्र है। अनुमण्डलीय अस्पताल बरही में पोस्टमार्टम भवन के सुचारु हो जाने से शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल,हजारीबाग में उन क्षेत्रों से आने वाले मरीजों की संख्या में कमी आयेगी जिससे सदर अस्पताल पर कम दबाव पड़ेगा।

 

 

रिपोर्टर : परमानंद कुमार राणा

 

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