आंगनवाड़ीयो में बच्चों के पेयजल पर करोड़ों रुपये ख़र्च फिर भी पानी को तरस रहे बच्चे

झकनावदा :  पेटलवाद तहसील अंतर्गत शासकीय आंगनवाड़ियों में दर्ज बच्चों को जल जीवन मिशन अंतर्गत शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने वाली योजना नकारा साबित हो रही है। ज़िले भर में करोड़ों ख़र्च कर पेयजल यूनिट लगायी गई है। लेकिन बच्चे बूँद बूँद पानी को तरस रहे हैं ऐसे में योजना के औचित्य पर सवाल उठ रहे हैं ?

क्षेत्र में कई आंगनवाड़ियों पर सुखी पड़ी टंकीया टूटे पड़े बेसींग व नल

पेटलावद क्षेत्र के झकनावदा की कई स्कूलों एवं आंगनवाड़ियों में व आस पास के क्षेत्र कि आंगनवाड़ी केंद्रों पर पीएचई विभाग द्वारा पेटलावद तहसील में क़रीब 309 आंगनवाड़ियों का टेंडर हुआ था। जिसमें उनके द्वारा समस्त आंगनवाड़ियों मैं एक लाख 10 हज़ार की लागत से मोटर,टंकी और पाइपलाइन हेतु राशि सुनिश्चित की गई थी। किंतु कार्य लागत अनुसार पूर्ण नहीं किया गया लेकिन अब देखा जाए तो आंगनवाड़ियों पर पानी की टंकियां तो रखी गई लेकिन टकी पानी को तरसते नज़र आ रही है वहीं आंगनवाड़ी केंद्र के बाहर जो बैसींग बनाए गए उनकी ऊंचाई बच्चों से अधिक होने से बच्चे उसका उपयोग करने में असमर्थ है   साथ ही बेसिन टाइल्स  भी कई जगह ग़ायब हैं तो कई जगह तोड़फोड़ कर दिया गये। जिससे आंगनवाड़ी में आ रहे बच्चों को पेयजल व्यवस्था ठीक से उपलब्ध नहीं हो पा रही है व शासन द्वारा की गई करोड़ों की राशि का कोई औचित्य धरातल पर देखने को नहीं मिल रहा है। 

इनका कहना है

पेटलावद पीएचई विभाग के एसडीओ शेलेष भगेल ने बताया कि हमारे द्वारा कार्य पूरा कर दिया गया था विभागीय मेंटेनेंस हमारा नहीं रहता है यदि हैंडपंप मोटर या बेसिंग संबंधित कोई नुक़सान हो रहा है तो वह ज़िम्मेदारी उसी संम्बन्धित विभाग की रहती है । हमारा जो कार्य था वह हमारे द्वारा दिया गया था।

रिपोर्टर : मनीष कुमट

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