भुरकुंडा लोकल सेल में मज़बूत दावेदारी के लिए ग्रामीणों ने कसी कमर, आंदोलन का फूंका बिगुल
रामगढ़ : कोयलांचल भुरकुंडा लोकल सेल चालू करने का मामला अब काफ़ी तूल पकड़ने लगा है। लोकल सेल में अपने मज़बूत दावेदारी और हिस्सेदारी के लिए भुरकुंडा हुरूमगढ़ा के सैकड़ों ग्रामीणों ने पूर्व मुखिया प्रदीप मांझी के नेतृत्व में सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ विरोध जताया है। इस दौरान ग्रामीणों ने ज़ोरदार नारेबाज़ी करते हुए कहा कि जब तक भुरकुंडा लोकल सेल में हमलोगो की दावेदारी और हिस्सेदारी पक्की नहीं होती है तब तक लोकल सेल को चालू नहीं करने दिया जाएगा। उग्र ग्रामीणों ने सीसीएल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीसीएल के अधिकारी कुछ लोगों से मिलकर साज़िश रचते हुए अपने करीबियों को लाभ पहुंचाने का काम कर रहे हैं। जबकि हम वंचितो और बेरोजगार विस्थापितो को नजरअंदाज किया जा रहा है। कहा गया कि सीसीएल के अधिकारियों के पक्षपाती रवैया के कारण एक सप्ताह पूर्व बहुत बड़ा विवाद होते-होते रह गया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद भुरकुंडा पीओ के सामने मारपीट और तोड़फोड़ का मामला शांत हुआ था। विरोध करने वालों में प्रदीप मांझी, विक्कू कुमार, संतोष यादव, सुरेंद्र यादव, सुरज शर्मा, बुधन गोस्वामी, राजेश ठाकुर, बाले मांझी, राजकुमार मुर्मू, नरेश जयसवाल, गणेश नायक, संतोष लाल, मनी सिंह, कल्लू सिंह, सुरेंद्र यादव, जितेंद्र चौरसिया, संजय लाल, धर्मेंद्र साव, संजय गुप्ता, किशन राम, पप्पू अंसारी, अजीत सिंह, मंजीत कौर, सिमरन कौर, सुमा कौर, तानिया, तनीषा, तन्नु, गुड़िया देवी, कल्लू सिंह, रामकुमार मुर्मू, विष्णु करमाली, छोटू तुरी, रोशन राम, भजन सिंह, मिक्का सिंह, छोटू सिंह, अमृत सिंह, संतोष भुंइया, चरकु भुंइया, किशोर महतो सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल थें।
रिपोर्टर : राजीव सिंह
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