लातेहार पुलिस की बड़ी सफलता, दस दस लाख के दो नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

लातेहार :   पुलिस को आज बहुत बड़ी सफलता हाथ लगी है। पलामू डीआईजी वाईएस रमेश, लातेहार के उपायुक्त गरिमा सिंह और पुलिस कप्तान अंजनी अंजन के समझ राज्य सरकार के पुनर्वास नीति नई दिशा से प्रभावित होकर आज दस दस लाख के दो हार्डकोर नक्सलियों ने एसपी कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाले में भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर नीरज सिंह खेरवार उर्फ संजय खेरवार और सलमान उर्फ लोकेश उर्फ राजकुमार गंझू है, इन दोनो पर सरकार ने दस दस लाख रूपये का इनाम घोषित कर रखा था। इस संबंध में आज पत्रकारों को जानकारी देते हुए पलामू डीआईजी वाईएस रमेश ने कहा कि ये दोनो नक्सली छोटू खेरवार दस्ते के सदस्य हैं और पिछले 20 वर्षों से भाकपा माओवादी संगठन से जुड़े हुए थे और विभिन्न घटनाओं में इनकी संलिप्ता रही है। आज ये दोनो नक्सली राज्य सरकार के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर मुख्यधारा से जुड़ रहे है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह लातेहार पुलिस की बड़ी सफलता है। इससे भाकपा माओवादी को बड़ा झटका लगेगा। जिले में सीआरपीएफ, कोबरा, जिला पुलिस लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है। इसी का नतीजा है की आज नक्सलियों के इस क्षेत्र से पांव उखड़ रहे हैं। अब जिले में नक्सलियों की संख्या नाम मात्र की बची है। पुलिस के अभियान के कारण कई नक्सली या तो मारे जा रहे हैं या गिरफ्तार किए जा रहे है। मेरा उन बचे हुए नक्सलियों से अपील है जो जंगल में भटक रहे है या तो वे मुख्यधारा से जुड़ जाएं या हिंसा छोड़ पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दें।

बचे नक्सली भी 

आत्मसमर्पण कर बिताएं शांतिपूर्ण जीवन: गरिमा सिंह
इस अवसर पर उपायुक्त गरिमा सिंह ने कहा की राज्य सरकार की आत्मसमर्पण नीति बहुत अच्छी नीति है। मुख्यधारा को छोड़ जो जंगल का रास्ता अपनाए हैं उन सभी को संदेश है की वह भी जंगल के रास्ते को छोड़ मुख्यधारा से जुड़ अपने परिजनों के साथ सुख और शांतिपूर्ण जीवन व्यक्ति करें।

अब नक्सलवाद का दौर खत्म: अंजनी अंजन
वहीं दोनो नक्सलियों के आत्समर्पण पर एसपी अंजनी अंजन ने कहा कि अब नक्सलवाद का दौर खत्म हो गया है। यह सफलता सीआरपीएफ, कोबरा, जगुआर और लातेहार के पुलिस अधिकारियों और जवानों की है। अब जिले में कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं हैं जहां सीआरपीए, कोबरा, जगुआर या जिला पुलिस की मौजूदगी नहीं है। बचे हुए नक्सली भी अब मुख्यधारा से जुड़े जाएं। आगे एसपी अंजनी अंजन ने कहा की पिछले दो वषों से लगातार सीआरपीएफ, कोबरा, झारखंड जगुवार व जिला पुलिस के द्वारा नक्सलियों के विरुद्ध अभियान चलाई जा रही है। जिससे पुलिस को कई उपलब्धि भी मिली है।अभियान का ही नतीजा है कि दस लाख की इनामी नीरज सिंह खरवार उर्फ संजय खरवार और अपने एक दस्ता के सदस्य सलमान उर्फ राजकुमार गंझू  अपने एक दस्ता के सदस्य के साथ सरेंडर किया है। उन्होंने कहा कि नीरज सिंह खरवार उर्फ संजय खरवार बूढ़ा पहाड़ वाले क्षेत्र में काफी सक्रिय रहा है। जंगल के रास्ता में भटक गए थे, सामाजिक कार्य करेंगे: निरज सिंह खरवार उर्फ संजय खरवार सरेंडर करने के बाद नीरज सिंह खरवार उर्फ संजय खरवार ने कहा कि लंबे समय से जंगल के रास्ते में भटक गए थे। इसके बाद लगा कि सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाते हुए मुख्य धारा में लौट आए। इसके बाद पुलिस पदाधिकारी से संपर्क कर सरेंडर करने का मन बनाया। उन्होंने कहा कि 2004 में भाकपा माओवादी के बाल दस्त में शामिल हुए थे। जहां 20 साल तक रहा। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण के बाद मुख्य धारा पर लौटकर सामाजिक कार्य करेंगे।

रिपोर्टर : बब्लू खान 

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