नौजवान को लौटाई खोई हुई रौशनी

चौपारण :  नवभारत जागृति केंद्र बेहरा के द्वारा आशीष सिंह, पिता सुरेंद्र सिंह, डोमचांच जिला कोडरमा निवासी जो 18 वर्ष का नौजवान छात्र है उसे आँखों में चोट लगने के कारण अचानक से देखने में कठिनाई होने लगी एवं उसे सही से दिखाई भी नहीं देता था। चोट लगने के कारण उसकी दाहिने आँख में रौशनी 5 /60 था जो बहुत ही ख़राब दृष्टि है। जिसका असर उनकी दिनचर्या पर भी पड़ा और उनकी पढाई बाधित हो गई। 04 मई 2022 को उसने लोक नायक जय प्रकाश आँख अस्प्ताल में संपर्क किया।

अस्पताल के वरीय सर्जन डॉ उमेश कुमार ने पूरी जाँच करने के बाद उसे रेटिना सर्जन से दिखाने की सलाह दी। कोलकाता के रेटिना सर्जन डॉ बरुन गर्ग जो लोक नायक जय प्रकाश आँख अस्पताल में शुक्रवार को अपनी सेवा देते है , उन्होंने पूरी जाँच की एवं 10 मई 2022 को आयुष्मान योजन के तहत आशीष सिंह का मुफ्त ऑपरेशन लोक नायक जय प्रकाश आँख अस्प्ताल में किया। ऑपरेशन के एक सफ्ताह के बाद उसके आँखों की रौशनी 6 / 18 आया जो पहले से काफी बेहतर था।  एक माह बाद पुनः उसके आँखों की जाँच की गई और रौशनी बिना चश्मे के 6 /6 , बिलकुल नार्मल आँखों की रौशनी जैसी हो गई।  

क्या कहते है डॉक्टर - डॉ उमेश के अनुसार सही समय पर आँखों से सम्बंधित समस्या होने पर डॉ से सम्पर्क कर बताने पर इसका इलाज संभव है।  डॉ बरुन गर्ग ने कहते है की रेटिना का इलाज संभव है यदि सही समय पर मरीज़ डॉ से सम्पर्क करते है तो और उनकी पुरानी दृष्टि भी वापस आ सकती है।  इस सफल ऑपरेशन में डॉ बरुन के साथ रेटिना टीम जिसमे रेटिना यूनिट इंचार्ज अन्नपूर्णा देवी, सहायक रुक्मणि कुमारी, राजकुमार  सिंह , संतोष राम, अशोक यादव एवं अभिनव कुमार का सराहनीय योगदान रहा। 

क्या है रेटिना सर्जरी - यह एक लम्बी, जटिल और अति संवेदनशील सर्जरी प्रक्रिया है जिसमे आँख की सबसे भीतरी परत पर सर्जन एवं उनकी टीम काम करती है एवं रेटिना में हुए छिद्र को अथवा दरार को भरने का काम करती है। 
क्या कहते है मरीज़ आशीष सिंह - आशीष सिंह कहते है इससे उन्हें जीवन में नई ऊर्जा मिल गई है और वो अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रहे है।  उन्होंने डॉ एवं उनकी टीम को शुभकामनाएँ दी।

रिपोर्टर :  मुकेश सिंह

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