कई राज्यों में बढ़ा कालरा- डायरिया का कहर

PRATIBHA..

हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सितम्बर-अक्टूबर के महीने में मच्छरजनित बीमारियों का जोखिम बढ़ता जा रहा हैं.हर वर्ष सितम्बर-अक्टूबर के महीने में चिकनगुनिया ,डेंगू- मलेरिया जैसी बीमारियों के चलते अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने लगती हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस वर्ष भी कई राज्यों में डेंगू के मरीजो की संख्या बढ़ती नज़र आ रही हैं .वही गोवा और महाराष्ट्र में बढ़ते बैक्टीरियल संक्रमण के चलते बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ रहे हैं.

इन राज्यों में बढ़ा कहर 

रिपोर्ट्स के अनुसार गोवा में कालरा के मरीजो से अस्पताल में भीड़ बढ़ रही हैं.अभी तक 180 से अधिक मामले सामने आए आ चुके हैं.वही महाराष्ट्र में डायरिया ,पीलिया और हैजा के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.बता दे की, यह बीमारियां पाचन से सम्बंधित होती हैं. साथ ही यह बीमारियां दूषित भोजन खाने और दूषित पानी पीने से फैलती हैं.यदि इन बीमारियों का सही वक़्त पर इलाज़ ना कराया जाये तो जान जाने का खतरा भी बढ़ जाता हैं.

लक्षण

कालरा बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होने वाली बीमारी हैं.जिससे मरीजो को उलटी और दस्त जैसे परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं .कालरा विब्रियो कोलेरा नामक जीवाणु से दूषित भोजन या पानी पीने से होता हैं.बता दे की यह बीमारी स्वच्छता की कमी के कारण पनपती हैं.अगर किसी को कुछ दिनों से लगातार उल्टी दस्त की समस्या बनी हुई हैं, तो तुरंत ओआरएस का घोल देना चाहिए .

बचाव 

कालरा और डायरिया जैसे गंभीर बीमारियों से बचने के लिए स्वच्छ भोजन और स्वच्छ पानी के सेवन का सेवन करना चाहिए.वही घर में और आस पास की जगहों पर साफ़-सफाई का ध्यान रखना चाहिए.साथ ही हाथों की सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए . वही बासी भोजन और बाहर की बनी वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए

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