बीजेपी के लिए बड़ा सिरदर्द बन सकता है लखीमपुर में किसानों की मौत का मुद्दा

चुनाव से पहले बीजेपी के लिए बड़ी चिंता
विपक्ष को मिला बड़ा मुद्दा
विपक्ष ने बीजेपी पर बोला हमला
धरने पर बैठे अखिलेश यादव

यूपी में चुनावी बिगुल बज चूका है, सभी राजनीतिक पार्टियाँ तैयारिओं में लगी हुई है, तो इसी बीच सूबे की सियासत एक बार फिर गर्मा गई है...रविवार को लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, जिसके बाद किसान आंदोलन हिंसक हो उठा है ऐसे में जहाँ विपक्ष को बीजेपी के खिलाफ मुद्दा मिल गया है तो वही आगामी विधानसभा चुनाव अब बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती भी साबित हो सकती है...जी हाँ इतिहास गवाह है कि जब-जब सरकारें किसानों से टकराई हैं, तो सरकारों को ही नुकसान उठाना पड़ा है।ऐसे में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में लखीमपुर-खीरी की घटना कहीं बीजेपी का सियासी गणित ना बिगाड़ दे?
किसान आंदोलन के चलते पश्चिम उत्तर प्रदेश पहले से ही बीजेपी के लिए चुनौती बना हुआ था. वहीं, अब लखीमपुर खीरी हादसे में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत से सूबे की सियासत में हडकंप मच गया है. सियासी बवाल के बीच प्रियंका गांधी, akhileshyadavसे लेकर तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने आक्रमक रुख अपना लिया है और किसान नेता आंदोलन को आगे धारदार बनाने की रणनीति में जुट गए हैं.
इसी कड़ी में सबसे पहला नाम कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का जुड़ा है... प्रियंका गांधी किसानों से मिलने के लिए रविवार की रात लखीमपुर खीरी रवाना हो गई थीं. सूबे की पुलिस ने प्रियंका गांधी को लखनऊ में घर के बाहर रोकने की कोशिश की, लेकिन वो गाड़ी से उतरकर पैदल ही चल दीं. इस दौरान प्रियंका गांधी का रोब्र रूप देखने को भी मिला..प्रियंका गांधी रुट बदलकर पुलिस की नजरों से बचते हुए लखीमपुर खीरी के लिए निकल गई थी, लेकिन सीतापुर के हरगांव बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया गया और  प्रियंका को सीतापुर के एक गेस्ट हाउस में ठहराया गया है.बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा को लखनऊ में हाउस अरेस्ट कर लिया गया जबकि किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले को भी रोका गया, लेकिन वह आगे जाने में कामयाब रहे.
वहीं, दलित नेता व भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद का काफिला भी पुलिस ने खैराबाद के पास रोक दिया, जिसके बाद उन्हें सीतापुर पुलिस लाइन में नजरबंद कर दिया गया. आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को भी सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया. वही सोमवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लखीमपुर जाने के लिए निकले ही थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया. इसके बाद अखिलेश बीच सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. इसके बाद उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि आखिर ये सरकार छिपाना क्या चाहती है.
दूसरी तरफ ये भी कहा जा रहा है कीलखीमपुर खीरी की घटना में सीधे तौर पर बीजेपी नेता का नाम आ रहा है. ऐसे में विपक्षी दलों ने जिस तरह से इस घटना को लेकर रुख अपनाया है, उससे बीजेपी की चिंता बढ़ा सकती है.
वही आज प्रियंका गाँधी का एक वीडियो सामने आया है जिसमे प्रियंका कमरे में झाड़ू लगाती दिख रहीं हैं. करीब 45 सेकंड के इस वीडियो में दिख रहा है कि पूरा कमरा खाली पड़ा है और प्रियंका झाड़ू लगा रहीं हैं. प्रियंका को पीएसी की 22वीं बटालियन के गेस्ट हाउस में रखा गया है.. तो दूसरी तरफ एक और वीडियो सामने आ रही है जिसमे अखिलेश के धरने से कुछ दूरी पर भीड़ ने पुलिस की एक जीप को आग के हवाले कर दिया है। पुलिस ने विपक्ष के कई नेताओं को लखीमपुर खीरी पहुंचने से रोकने के लिए उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है।

वही इस हादसे के बाद से जो मैसेज किसानो और आम जानता तक जा रहा है उससे किसानों का गुस्सा अब बढ़ता ही जा रहा है..और ऐसे में किसान संगठन और विपक्ष जिस तरह से लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर रुख अपनाया है. उससे निश्चित तौर पर बीजेपी के खिलाफ माहौल खड़ा हो सकता है. लेकिन क्या इससे आने वाले चुनाव में बीजेपी का समीकरण बिगड़ेगा.... क्या बीजेपी किसनों को मनाने में सफल होगी ये फिर किसान विपक्ष का साथ देंगे और उन पर ही उमीद जताएंगे.

 

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