महिलाओं को खुद करनी होगी खुद की रक्षा , ये सेफ्टी टिप्स आएंगे काम ....
छोडो मेहँदी खडक संभालो
खुद ही अपना चीर बचा लो
द्यूत बिछाये बैठे शकुनि,
मस्तक सब बिक जायेंगे
सुनो द्रोपदी शस्त्र उठालो, अब गोविंद ना आयेंगे|
जिस देश के शास्त्रों में नारी को सम्मानीय बताया गया है . जिस देश में नारी को मां को दर्जा दिया जाता हैं, उसी भारत देश में जिस तरह से महिलाओं के साथ होने वाले अपराध बढ़ते जा रहे हैं वो खासा चिंता का विषय है. ये अपराध न तो उम्र देखकर किए जा रहे हैं ना ही धर्म. अपराध में लकड़ी को मार तक दिया जाता है लेकिन चरमराया कानून इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पाता. लोगों में कुछ जिन गुस्सा और जोश रहता है जो बाद में शांत हो ही जाता है क्योंकि इस समस्या पर कोई हल निकलकर सामने नहीं आता है . देश में हर घंटे न जाने कितनी लड़कियों के रेप होते हैं . जिनमें से ज्यादा से ज्यादा संज्ञान में भी नहीं आते हैं. कुछ मिलाकर कांड होता है , शोर होता है पर न्याय कोसो दूर रहता है.समाज में फैली इस बीमारी का इलाज महिलाओं को खुद सीखना होगा. महिलाओं को खुद की रक्षा करनी होगी .भारत जैसे देश में महिलाओं को हमेशा से सिर्फ घर के काम सीखने और करने को प्रेरित किया जाता है. लेकिन समय के बदलने के साथ ये बेहद जरूरी है कि देश की हर महिला को सेल्फ डिफेंस के पेच पता होने चाहिए. खामोशी की चादर ओड़ कर कुछ हासिल नहीं होगा , बल्कि महिलाओं के साथ अपराध करने वालों के हौसले और बढ़ते चले जाएगें .हाल ही में एनसीआरबी ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है कि देश में महिलाओं के साथ घटित होने वाले अपराधों की संख्या में इजाफा हुआ है. अपनी जारी रिपोर्ट में कहा है कि, देश में हर घंटे 51 महिलाएं अपराध का शिकार हो रही हैं. इतने ही समय में 3 लोगों की हत्या भी हो जाती है.रिपोर्ट के मुताबिक देश के 19 महानगरों में स्थिति और चिंताजनक हो गई है, जहां महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले 2021 की तुलना में 2022 में 12.3 प्रतिशत बढ़े.....अब जल्द ही 2023 की रिपोर्ट भी आएगी .. कई बार महिलाएं मुश्किल हालातों में फंस जाती हैं और बिलकुल अकेले होती हैं. उस वक्त दिमाग ही हमें आइडिया देता है कि किस तरह खुद को बचाएं.ऐसे में आपको सेल्फ डिफेंस के बारे में जरूर पता होना चाहिए ... आज हम आपको कुछ ऐसे ही तरीके बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप अपने दिमाग की हार्ड डिस्क में सेव कर सकते हैं, क्योंकि ये आपके बुरे समय में काम आएगे.
- सबसे पहले तो अपने अस्त्रों को अपन पास रखना सीखिए , खासकर अगर आप अकेले बाहर निकलती हैं , तो अस्त्र के रूप में चाकू , बंदूक रखने की जरूरत नहीं है , बल्कि वो चीजे रखने की जरूरत है जिससे आप स्मार्टली बचाव कर पाएं . चाबी के मजबूत लोहे वाले गुच्छे, सेफ्टी पिन, क्लचर, फाइलर, पेन या फिर सेफ्टी पिन आपको अपने पास रखनी ही चाहिए , इसके अलावा काली मिर्च के स्प्रे का आप इस समय में इस्तेमाल कर सकती हैं..जब आपको लगे कि आप किसी खतरे में फंस गई हैं तो .
- इसके अलावा अगर आप फंस गई हैं , और आस पास कोई नहीं है तो हमलावरों को ऐसी जगह तक लाने की कोशिश करनी चाहिए , जहां से मदद मिलनी आसान हो पाए . वहीं अगर हमलावर ने आपको पूरी तरह से घेर लिया है तो आप उसकी गिरफ्त से बाहर आने के लिए उसके शरीर के सबसे सेंसिटिव और कमजोर हिस्सों को निशाना बना सकती हैं.
- वहीं बहुत सी महिलाएं अपने आसपास के माहौल को लेकर सजग नहीं रहतीं और हमलावर इसी चीज का फायदा उठाते हैं.कई बार हमलावर महिलाओं को पकड़ने के लिए उनके बालों का सहारा लेते हैं ऐसे में अगर आपको अपने आसपास खतरा दिखे तो सबसे पहले अपने बालों को कवर करें..और अपने दुप्पटे को भी .
- इसके अलावा सरकार कई सारी ऐप्स चला रही है , जिनकी मदद से आप आसानी से इस घतरे को मात दे सकती है , ये ऐप्स आपको अकेले रहने पर सुरक्षा देती है , और बस एक क्लिक से मदद मांगने में माहिर हैं . ये ऐप्स हैं- सेफ्टीपिन ,रक्षा- विमिन सेफ्टी अलर्ट,विमिन सेफ्टी,स्मार्ट 24x7,शेक 2 सेफ्टी आदि
कुल मिलाकर अब आपको खुद ही सेफ रहना होगा , डरने की जरूरत नहीं है बस सजग रहने की जरूरत है . एक महिला चाहे तो क्या नहीं कर सकती , तो फिर मुसीबत से निकल तो सकती है .सर्तकता और हिम्मत ही बस इस समस्या का हल है ..फिलहाल
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