भिवंडी लोकसभा चुनाव में कपिल पाटील पर भारी पड़ेंगे नीलेश सांबरे

कल्याण :  भिवंडी  ग्राम पंचायत से सांसद और सांसद से केंद्रीय पंचायत राज्य मंत्री तक, कपिल पाटील का सफर 2024 में थम जाएगा, क्योंकि जिजाऊ संस्था के संस्थापक नीलेश सांबरे को वंचित बहुजन अघाड़ी ने भिवंडी से लोकसभा के लिए समर्थन दिया है। वहीं महाविकास अघाड़ी की ओर से सुरेश म्हात्रे उर्फ ​​बाल्या मामा को उम्मीदवार तय  किया गया है। बाला मामा को आगरी और कोली समुदाय से बड़ी संख्या में वोट मिल सकते हैं, इसका नुकसान सीधे तौर पर कपिल पाटील को होगा। महाराष्ट्र में एक सर्वे किया गया था, जिसमें सभी लोकसभा क्षेत्र में से, भिवंडी लोकसभा क्षेत्र में सबसे कम, काम  किया गया था, और मुरबाड के विधायक किसन कथोरे की नाराजगी को भुलाया नहीं जा सकता। और तीसरे ओर से कांग्रेस के पूर्व सांसद सुरेश टावरे और इच्छुक उम्मीदवार दयानंद चोरगे महाविकास अघाड़ी से भिवंडी की सीट कांग्रेस को नहीं मिलने से नाराज हैं। और चोरगे ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली हैं, ऐसे में दयानंद चोरगे को कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सहानुभूति के वोट मिल सकते हैं।

नीलेश सांबरे को भिवंडी लोकसभा क्षेत्र में भारी लोकप्रियता हासिल है, और वह पंद्रह वर्षों से जिजाऊ संस्थान के ओर से  काम कर रहे हैं, जिसके माध्यम से उन्होंने जरूरतमंदों को शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और व्यवसाय के अवसर प्रदान किए हैं, नीलेश सांबरे का दावा है कि उन्होंने चार लाख लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य प्रदान किया है। लाखों लोगों को नौकरियां दी हैं, सांबरे कहते हैं इस मेरे घर के चार लाख मतदाता दो लोगों को वोट देने के लिए तैयार कर लेते है, तो मुझे  करीब 12 लाख वोट मिलेंगे. और  सांबरे भारी मतों से जीतने की संभावना है।

रिपोर्टर : दीपक मोरे

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