कालानी के कारण ही आव्हाड का हुआ था तिरस्कार

मुंबई :    आकाओं राकांपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार और ठाणे जिले राकांपा नेता जीतेंद्र आव्हाड को धोखा देकर उपमुख्यमंत्री अजित पवार की शरण में चले गए हैं। जबकि राकांपा में दरार के दौरान आव्हाड ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कालानी का समर्थन शरद पवार के साथ है। इस संबंध में राकांपा नेता भारत गंगोत्री ने कहा है कि कालानी हमेशा से ही शहर की जनता को गुमराह करते आए हैं और कालानी का मतलब ही जहां बोझा वहीं सोझा की नीति रही है।

क्या भाजपा इसे स्वीकारेगी?

ज्ञात हो कि उल्हासनगर महानगरपालिका के 2017 को हुए चुनाव में भाजपा की लहर को देखते हुए और अधिक सीटें हासिल कर महापौर पद और विधानसभा टिकट हासिल करने के लिए भाजपा में प्रवेश किया था लेकिन भाजपा ने उन्हें ठेंगा दिखाते हुए टिकट नहीं दिया। जिस कारण कालानी ने राकांपा में दोबारा प्रवेश पा लिया। सत्ता के लिए कालानी ने हमेशा से
ही पक्ष व अपनों के साथ गद्दारी व धोखा किया है ऐसे में सत्ता में शामिल उपमुख्यमंत्री अजित पवार की शरण में जाने से क्या भाजपा इसे स्वीकारेगी? क्योंकि कालानी ने हमेशा से ही भाजपा का विरोध किया है। ऐसे में वर्तमान में भी उपमुख्यमंत्री अजित पवार भाजपा के साथ सत्ता में है तो क्या कालानी एक बार फिर भाजपा के साथ खड़े होंगे या धोखा देंगे।

अवध क्लीन बोल्ड

कुछ माह पूर्व उल्हासनगर शहर में राकांपा कालानी गुट द्वारा एक सभा का आयोजन किया था, जहां राकांपा नेता जितेंद्र आव्हाड ने सिंधी समाज के लिए अपशब्द कहे थे
जिसका खामियाजा उन्हें शहर व राज्य में ही नहीं देशभर के सिंधी समाज के विरोध का सामना करना पड़ा। कालानी के कारण आव्हाड को इस तिरस्कार का सामना करना पड़ा और आज उसी आव्हाड को क्लीन बोल्ड कर कालानी अब अजित पवार की शरण में चले गए हैं।

रिपोर्टर : अब्दुल शेख

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