बेतिया :चक्रवाती तूफान यास को लेकर हाई अलर्ट जारी, जिलेवासी सतर्क रहें।

चक्रवाती तूफान यास को लेकर हाई अलर्ट जारी, जिलेवासी सतर्क रहें।

27-30 मई के बीच तेज हवा, मध्यम/मूसलाधार बारिश, गरज के साथ वज्रपात की है संभावना।

चक्रवाती तूफान "यास" को लेकर सभी अधिकारी अलर्ट मोड में रहें: जिलाधिकारी।

बेतिया। भारत मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा चक्रवाती तूफान यास को लेकर हाई अलर्ट कर दिया गया है। यास का असर उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और बिहार पर ज्यादा पड़ने की संभावना व्यक्त की गई है। यास तूफान को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा जारी अलर्ट में कहा गया है कि 26 मई को बंगाल और उड़ीसा के समुद्री तट से यास चक्रवात के टकराने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी से उठने वाला यास तूफान का असर बिहार के कई जिलों पर भी पड़ने की संभावना है। बिहार के कई जिलों सहित पश्चिम चम्पारण जिले में भी इसका असर पड़ेगा। इस दौरान 27 से 30 मई तक जिले में मध्यम/मूसलाधार बारिश, तेज हवा, गरज के साथ वज्रपात की संभावना मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा व्यक्त की गई है। 

आज दिनांक-25.05.2021 को समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा चक्रवाती तूफान यास के प्रभाव से निपटने हेतु संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया गया। प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा कोषांग, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष, एसडीआरएफ को अलर्ट मोड में रहकर ऐहतियातन सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि आंधी-तूफान के दौरान सड़कों पर पेड़ आदि गिर जाते हैं, जिससे आवागमन में बाधा पहुंचती है। कोविड मरीजों को दृष्टिगत रखते हुए सभी अंचलाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि पेड़ गिरने की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाय तथा त्वरित गति से यातायात व्यवस्था सुचारू कर कोविड मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे। 

सिविल सर्जन, अधीक्षक, जीएमसीएच को निदेश दिया गया कि तेज आंधी-पानी में बिजली आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में जीएमसीएच सहित अनुमंडल स्तर पर संचालित कोविड हेल्थ सेंटर तथा सभी पीएचसी में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जेनरेटर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे ताकि मरीजों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।
 
बेतिया नगर निगम के आयुक्त सहित सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि यास तूफान के मद्देनजर शहरी क्षेत्रों में जन-जीवन सामान्य बनाये रखने के लिए सभी संसाधनों को अपडेट रखेंगे तथा सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड में रखेंगे। 

जिला आपदा प्रभारी को निदेशित किया गया कि एसडीआरएफ की टीम को सभी आवश्यक संसाधनों के साथ पूरी तरह अलर्ट मोड में रखना सुनिश्चित करेंगे ताकि विषम परिस्थिति में जान-माल की सुरक्षा की जा सके। साथ ही सभी अंचलाधिकारियों को नाव, नाविकों आदि की समुचित व्यवस्था करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है।

कार्यपालक पदाधिकारी, विद्युत विभाग को आंधी-तूफान के दौरान बिजली पोलों, तारों पर पैनी नजर बनायें रखने को कहा गया है। अगर कोई बिजली पोल या तार क्षतिग्रस्त होता है तो अविलंब उसकी मरम्मति कर बिजली आपूर्ति सुचारू करें। साथ ही टीम का गठन कर जिले के सभी बिजली तारों एवं पोलों का मुआयना करने का भी निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है।  

जिलाधिकारी द्वारा सभी अंचलाधिकारियों को निदेश दिया गया कि संबंधित क्षेत्रों में पंचायत प्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर माईकिंग के माध्यम से आमजन को चक्रवाती तूफान यास से बचाव हेतु जागरूक करेंगे। किसानों एवं तटवर्ती इलाकों में निवास करने वाले लोगों को सुरक्षित स्थलों पर निवास करने, घरों में रहने, खलिहान में रखे फसल को सुरक्षित स्थल पर रखने आदि के संबंध में माइकिंग के माध्यम से जागरूक करने का निदेश दिया गया है।

जिलेवासियों से अपील करते हुए जिलाधिकारी ने कहा है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा चक्रवाती तूफान यास को लेकर जारी हाई अलर्ट को अत्यंत ही गंभीरता से लें। किसान बाहर रखे फसलों को सुरक्षित स्थान पर रख लें। साथ ही तटवर्ती इलाकों में निवास करने वाले व्यक्ति इस दौरान सुरक्षित स्थलों पर चले जाएं। घरों में रहें, अपने तथा अपने परिवार के बचाव हेतु सतर्क रहें। बारिश-तूफान के दौरान अपने बच्चों को घरों में रखें, उन्हें बाहर नहीं जाने दें। किसान अपने मवेशियों को खुले में नहीं बांधे, सुरक्षित स्थलों पर रखें। 

इस अवसर पर प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा कोषांग,  अनिल राय, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा,  बैद्यनाथ प्रसाद, सभी एसडीएम, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, सभी थानाध्यक्ष आदि उपस्थित रहे।

रिपोर्टर :  रोहित कुमार दुबे

 

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