प्रशिक्षित हो किसान महिलाएं समाज के स्वरूप को कर सके प्रभावित- कुलपति, डॉ बिजेंद्र सिंह

मिल्कीपुर/ अयोध्या: आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज, अयोध्या के सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के पारिवारिक संसाधन प्रबंध एवं उपभोक्ता विज्ञान विभाग द्वारा अयोध्या एवं सुल्तानपुर दो जनपदों से 16 गांव की 400 महिलाओं को प्रशिक्षित किए जाने का प्रशिक्षण आज दिनांक 7/1/2022 को प्रारंभ किया गया ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने अधिष्ठाता डॉ नमिता जोशी, कार्यक्रम संयोजक डॉ आभा सिंह, सुमन मौर्या, कुलसचिव डॉ डी के द्विवेदी आदि की उपस्थिति में  दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने उक्त अवसर पर अपने अतिथिय भाषण में कहा कि ग्रामीण किसान महिलाओं को ऐसा प्रशिक्षण दिया जाए, जिससे वे गृह कार्य तथा बच्चों को संभालने के साथ-साथ खेत के काम में हाथ बटाकर समाज के स्वरूप को सशक्त रूप से प्रभावित कर सके तथा कृषि में उत्पादन बढ़ाने के लिए उन्हें नवीनीकरण और नई टेक्नोलॉजी का ज्ञान दिया जाए जिससे प्रत्यक्ष एवं सक्रिय भागीदारी के परिणाम स्वरुप वे खेती के अलावा कृषि संबंधित मामलों में महत्वपूर्ण निर्णय ले सकें एवं श्रम दक्षता से स्वास्थ्य सुधार एवं कार्य क्षमता में सुधार ला सकें।

कार्यक्रम के प्रारंभ में सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ नमिता जोशी ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के आयोजन पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम की संयोजक डॉ आभा सिंह ने प्रशिक्षण पर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत चल रही परियोजना   " श्रम दक्षता प्रयोगशाला में जोखिम विश्लेषण द्वारा महिलाओं में स्वास्थ्य जोखिम कम करना" में जनपद फैजाबाद एवं सुल्तानपुर के 16 ग्रामों से 400 महिलाओं का चयन कर 100-100 के चार ग्रुप बनाकर उन को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में कृषक महिलाओं को विशेष रुप से उनकी श्रम दक्षता की जानकारी दी जाएगी जिससे वह समय व ऊर्जा की बचत कर सकें तथा महिलाएं उद्यमिता विकास में कार्य कर अपने सामाजिक व आर्थिक स्तर का उत्थान कर सकें, श्रम दक्षता से उनकी समस्याओं में भी सुधार लाया जा सके तथा इस प्रशिक्षण में किसान महिलाओं हेतु बनाए गए विशेष कृषि उपकरणों का प्रदर्शन कृषि दक्षता हेतु उचित तकनीकी तथा कृषि आधारित उद्योगों का तकनीकी प्रदर्शन भी कराया जाएगा।

तकनीकी सत्र में विश्वविद्यालय की वैज्ञानिक डॉ सुमन मौर्या द्वारा कृषक महिलाओं के लिए कृषि आधारित आर के स्रोत विषय पर जानकारी देते हुए वर्मी कंपोस्ट मधुमक्खी पालन तथा लाख उद्योग की विस्तृत जानकारी दी जिससे कम लागत लगाकर महिलाएं अपना रोजगार स्थापित कर सकें एवं डॉ सरिता श्रीवास्तव ने ग्रामीण महिलाओं हेतु सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी जिसका लाभ उठाकर महिलाएं अपना रोजगार स्थापित कर सकें तथा महिलाओं को घर पर ही स्थानीय सामग्री से पूरक आहार बनाने के बारे में भी प्रशिक्षण व्याख्यान तथा प्रयोगात्मक प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ पूनम सिंह के द्वारा किया गया एवं धन्यवाद प्रस्ताव डॉ सुमन मौर्य ने ज्ञापित किया।

रिपोर्टर :  सुनील

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