गरीबों की जेबें खाली कर अमीरों की झोलियां और भरेगा बजट: मगलानी

श्रीगंगानगर : कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अंकुर मगलानी ने कहा है कि संसद में आज मोदी सरकार द्वारा पेश किये गए बजट में गरीबों, मध्यमवर्गीय परिवारों, किसानों, बेरोजगारों, व्यापारियों, शेयर मार्केट, एसआईपी और म्युचुअल फंड्स में निवेश करने वालों को किसी प्रकार की राहत नहीं दी गई है। बजट के प्रावधानों से सरकार को 30 हजार करोड़ की ज्यादा कमाई होगी, जो गरीबों के उत्थान व कल्याण तथा विकास योजनाओं पर खर्च करने की बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने चंद करीबी अमीर मित्रों की  झोलियां और भरने का ही काम करेंगे।  उन्होंने कहा कि 2020 और 2021 में लगातार 2 वर्ष कोरोना महामारी के कारण बेरोज़गार हुए लोग शेयर मार्केट, एसआईपी और म्युचुअल फंड्स की ओर आकर्षित हुए थे। तब से निवेशक हर  बजट में राहत की उम्मीद करते हैं लेकिन निराशा ही हाथ लगती है। इस बार भी बजट ने उनको निराश ही किया है।किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी कानून बनाने की लंबे समय से मांग कर रहे हैं।उनकी इस मांग की भी अनदेखी कर दी गई। कीटनाशक दवाओं की कीमतों में कोई राहत नहीं दी गई और ना ही किसान कर्ज माफी की दिशा में कोई कदम बढ़ाया गया है। लोकसभा चुनाव में जनता के विपरीत जनादेश के बावजूद भाजपा ने अभी भी कोई सबक नहीं लिया है। बजट जनता के वास्तविक मुद्दों से भटका हुआ दिखता है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के न्याय पत्र के प्रावधानों की छाया में आज पेश किये बजट में युवा, बेरोजगारों, गृहणियों, गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों तथा व्यापारियों को राहत देने का सिर्फ झुनझुना दिखाया गया है। बजट की घोषणाएं मूर्त रूप नहीं ले पायेंगी क्योंकि मोदी सरकार की नीयत में खोट है, वहीं इनको धरातल पर लाने के लिए कोई ठोस नीति भी नहीं बनाई गई। मोदी सरकार सिर्फ अपने चंद अमीर मित्रों की झोलियों को और भरने की नीति पर ही केंद्रित रहती है। राजस्थान को बजट में कुछ नहीं दिया गया है। भाजपा का सारा ध्यान आंध्र प्रदेश और बिहार पर है ताकि केंद्र में उसकी सरकार बची रहे। आने वाले दिनों में तीन राज्यों में होने वाले चुनाव में करारी हार को देखते हुए इस बजट में भाजपा ने सिर्फ लोकलुभावनी घोषणा की है ताकि लोगों को भ्रम में डालकर उनके वोट हथियाए जा सकें।

 

 

रिपोर्टर : कृष्ण आसेरी

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