पार्टनर से अन्हेल्थी इमोशनल अटैचमेंट मेंटल हेल्थ के लिए हो सकती है खतरनाक जाने कारण

ANUVANSHIKA BAJPAI

एक रिश्ते में प्यार और विश्वास के अलावा भावनात्मक जुड़ाव भी बहुत ज़रूरी है परन्तु यही भावनात्मक जुड़ाव तब मानसिक रोग बन जाता है जब यह किसी व्यक्ति पर हावी होने लग जाता है जिससे मनुष्य के शारीर में कई विकार उत्पन्न होते है और साथ ही ये किसी भी व्यक्ति की मानसिक स्थिथि को ख़राब कर सकता है. आज हम जानेंगे की कैसे अनहेल्दी इमोशनल अटैचमेंट से बचा जा सकता है और इसके क्या संकेत है.
एक रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए व्यक्ति बहुत से प्रयास करता है जिससे उसके रिश्ते में प्यार और विश्वास बढे परन्तु कई बार व्यक्ति का यही अधिक प्यार उसके लिए खतरनाक साबित होता है जिसके बाद लाख कोशिश करने के बाद भी वो व्यक्ति उस समस्या से बहार नहीं निकल पाता क्युकी एक हेल्थी और अन्हेल्थी इमोशनल अटैचमेंट में बहुत बारीक अंतर होता है.
जब कोई व्यक्ति अपनी छोटी से छोटी ख़ुशी अपने पार्टनर के साथ साझा करता है और अपने सभी निर्णयों के लिए अपने पार्टनर पर निर्भर होने लगता है और साथ ही उसका प्रेम अपने पार्टनर के लिए डर में तब्दील हो जाता है जिसके कारण रिश्ते में खट्टास आने लगती है जिससे उस व्यक्ति को तनाव का सामना करना पड़ता है जिससे उसकी मेंटल हेल्थ पर बहुत असर पड़ता है 

आखिर क्या है अन्हेल्थी इमोशनल अटैचमेंट के संकेत :

1.कई बार अपने पार्टनर को लेकर ओवरथिकिंग करना और अपने पार्टनर की कही बात को लेकर जादा पोस्सेसिव हो जाना जिससे मेंटल हेल्थ ख़राब होती है और साथ ही मेंटल बर्डन का सामना करना पड़ता है जिससे रिश्तो पर बहुत प्रभाव पड़ता है. 

2.कई बार अपने पार्टनर से दूर होने पर उसके बारे में अधिक चिंता करना और हर समय उसको मेसेज करना और अपने पार्टनर को लेकर विश्वास कम होना इससे भीं अन्हेल्थी इमोशनल अटैचमेंट होते है. 

3.कई बार अधिक चिंता करने से रिश्तो में मनमुटाव पैदा होता है जिससे व्यक्ति चिडचिडा और कमजोर जाता है और अन्दर ही अन्दर कमजोर महसूस करने लगता है और अपने पार्टनर को खोने का एहसास उसको और ज्यादा परेशान कर देता है. 

4.कई बार व्यक्ति अपने पार्टनर से अपने मनन की बात साझा नहीं कर पता है और अपने मन्न में दुविधा पैदा कर लेता है जिससे उसकी मेंटल हेल्थ पर अधिक असर होता है और वो अन्दर ही अन्दर घुटता रहता है. 

आखिर क्या है अन्हेल्थी इमोशनल अटैचमेंट से उभरने का तरीका :

1. अगर अपने पार्टनर से कोई बात कहना चाहते है क्या कोई बात पर चर्चा करना चाहते है तोह एक बार अपने पार्टनर के साथ खुलकर विस्तारपूर्वक बात करे.

2.अपने पार्टनर पर भरोसा करे और उससे हर बात साझा करे और अपने पार्टनर को आपको समझने का मौका दे.

3.हर छोटी सी छोटी चीज़ पर अपने पार्टनर पर निर्भर न हो और अपने उपर भी जादा से जादा ध्यान दे.

4.अपने पार्टनर पर शक न करे और रिश्ते को ठीक करने के बारे में ध्यान दे जिससे आपका रिश्ता ठीक हो सके.

अपने प्रेम को समझे और अपने प्रेम को भी आपको समझने का मौका दे क्युकी यही एक मौका आपके रिश्ते को सुधार सकता है और अंत तक प्रेम और विश्वास बनाये रख सकता है और आपके रिश्ते में अन्हेल्थी इमोशनल अटैचमेंट को पूरी तरह से ख़तम कर सकता है और आपके मानसिक तनाव को भी ख़तम करने में मदद कर सकता है. 

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