सपा सांसद ने की संसद से सेंगोल हटाने की माँग, लिखा पत्र
सपा सांसद ने की संसद से सेंगोल हटाने की माँग, लिखा पत्र
अनुभवी नेताओं में शुमार पूर्व मंत्री और मोहनलाल गंज से सपा सांसद आर के चौधरी फिर एक बार चर्चा में हैं हालाँकि चर्चा में वो पहले ही आ गए थे थे जब उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर को हरा दिया था। हालांकि इससे पहले भी कई जीत उनके नाम दर्ज यही पर ये जीत कुछ अलग ही थी।
फिर आया चर्चा में सेंगोल
आपको बता दें पिछले वर्ष 2023 में जब नई संसद भवन का उद्घाटन हुआ था उस समय प्रधानमंत्री द्वारा सेंगोल परंपरा का निर्वाह करने पर विपक्ष द्वारा सवाल उठाये गए थे। अब यहाँ 2024 संसदीय चुनाव के परिणामो के बाद सेंगोल मुद्दा फिर गरमा गया है।
आपको बताते चले कि मोहनलाल गंज से सपा सांसद आरके चौधरी ने लोकसभा से सेंगोल को हटाने की मांग की और इसे लोकतांत्रिक भारत में राजतंत्र का एक प्राचीन प्रतीक बताया।सपा सांसद आरके चौधरी ने कहा कि सेंगोल की जगह संविधान की विशालकाय प्रति होनी चाहिए। आपको बताते चले कि कल 18वीं लोकसभा में सांसदों का शपथ ग्रहण समारोह चल रहा था सांसद के रूप में शपथ लेने के बाद विरोध दर्ज कराते हुए चौधरी ने प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को एक पत्र सौंपा, जिसमें स्पीकर की कुर्सी के बगल में सेंगोल की मौजूदगी पर सवाल उठाया गया। उन्होंने कहा, "आज मैंने इस लोकतंत्र के मंदिर यानि सदन में शपथ ली कि 'मैं कानून द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा रखूंगा'। लेकिन मैं सदन की कुर्सी के दाईं ओर सेंगोल को देखकर चौंक गया। महोदय, हमारा संविधान भारत के लोकतंत्र का एक पवित्र ग्रन्थ है, जबकि सेंगोल राजदंड यानि राजतंत्र का प्रतीक है।जबकि हमारे देश में लोकतंत्र स्थापित है हमारी संसद लोकतंत्र का मंदिर है, किसी राजे रजवाड़े का राजमहल नहीं।
अब इस मामले में क्या होगा इस पत्र का क्या संज्ञान लिया जायगा वो समय बताएगा पर एक बात तो स्पष्ट है विपक्ष इस बार मजबूत भूमिका में है और विपक्ष इस बार हर छोटे बड़े मुद्दे पर सरकार को घेरने का पूरा प्रयास करेगा
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