डोल्फिन श्रमिकों ने कहा डीएम, एडीएम, डीएलसी,एएलसी,लेबर कमिश्नर श्रम मंत्री सहित स्थानीय विधायक और सांसद की सम्पत्ति की ईडी और सीबीआई से जांच कराएं
रुद्रपुर : डॉल्फिन कम्पनी की 4 महिला मजदूरों का आमरण अनशन आज 29 वें दिन जिला अस्पताल रुद्रपुर में और अध्यक्ष ललित कुमार का आमरण अनशन 21 वें दिन गाँधी पार्क रुद्रपुर में जारी रहा। महिला अनशन कारियों की स्थिति निरंतर नाजुक बनी हुईं है। अनशन कारी महिलाओं के प्राण रक्षा हेतु आज गाँधी पार्क रुद्रपुर में सामूहिक जन प्रतिज्ञा सभा का आयोजन किया गया। और आमरण अनशन कारी महिलाओं की प्राण रक्षा हेतु मुहिम को तेज करने के लिए सामूहिक रुप से प्रतिज्ञा ली गईं। जिला प्रशासन और सरकार ने एक स्वर में अनशन में बैठी देश की 4 बेटियों के प्रति अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वाह करके सभी अनशनकारी की प्राणरक्षा हेतु तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की गईं। चेतावनी दी गईं कि यदि 19 नवंबर की वार्ता में न्याय नहीं मिला तो आंदोलन और तेज होगा। 20 नवंबर को गांधी पार्क से जिला कलेक्ट्रेट तक मौन यात्रा निकाली जाएगी और बड़ा कदम उठाया जाएगा। जन प्रतिज्ञा सभा को श्रमिक संयुक्त मोर्चा उधमसिंह नगर के कार्यकारी अध्यक्ष दलजीत सिंह,आम आदमी पार्टी के महानगर अध्यक्ष सतपाल सिंह ठुकराल, सामाजिक कार्यकर्ता और CNG टैम्पू यूनियन के अध्यक्ष सुब्रत कुमार विश्वास ,इंकलाबी मजदूर केंद्र कैलाश,मजदूर सहयोग केंद्र (CSTU)के मुकुल, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के नगर सचिव शिवदेव सिंह,इंटरार्क मजदूर संगठन पंतनगर के उपाध्यक्ष SN मिश्रा, इंटरार्क मजदूर संगठन किच्छा के महामंत्री पान मुहम्मद, रॉकेट रिद्धि सिद्धि कर्मचारी संघ के महामंत्री धीरज जोशी, यजाकि वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह,मजदूर अधिकार संगठन (मासा )के सुरेंद्र सिंह, डॉल्फिन मजदूर संगठन के कोषाध्यक्ष बिक्की आदि ने सम्बोधित किया। साथ में सैकड़ों मजदूर साथी उपस्थित रहे। डॉल्फिन मजदूर संगठन की उपाध्यक्ष सुनीता ने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में जिलाधिकारी उधमसिंह नगर से मुलाक़ात कर उन्हें ज्ञापन प्रेषित किया गया।मांग की गईं कि डॉल्फिन मजदूरों की सभी मांगों को पूरा करके आमरण अनशन कारियों का तत्काल अनशन तुड़वाकर उनकी प्राण रक्षा की जाये। चेतावनी दी गईं कि यदि किसी अनशन कारी महिला के साथ अप्रिय घटना घटित हुईं तो इसके घातक परिणाम होंगे। इसे जिला प्रशासन संज्ञान में ले।उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान जिलाधिकारी ने यह अनर्गल बयान भी दिया कि डॉल्फिन के मजदूरों का वेतन सिर्फ बारह तरह हजार रुपये है। तो ऐसे में ये इतना लम्बा आंदोलन इसलिए चला पा रहे हैं कि इन्हें बाहर से फंडिग हो रही है। उन्होंने जिलाधिकारी को चुनौती दी की उनके संगठन के और सभी आंदोलन कर रहे मजदूरों की और साथ में जिलाधिकारी, अपरजिलाधिकारी, DLC, ALC, लेबर कमीशनर, श्रम मंत्री, स्थानीय विधायक और सांसद सभी की सम्पत्ति की ED और सीबीआई से जाँच कराएं, दीपावली से एक हफ्ते पहले तक इनके कार्यालय और आवास की खासकर उपश्रमायुक्त कार्यालय रुद्रपुर पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जाँच कराई जाये कि उस दौरान वहाँ कौन आ रहे थे और क्या लेकर आ रहे थे। साथ ही जिलाधिकारी महोदय श्रम भवन रुद्रपुर में नोटों की गद्दी पकड़े जाने के प्रकरण की जो जाँच गठित की गईं थी उसकी रिपोर्ट भी सार्वजनिक करें बताएं की वो नोटों की गड्डियां कहा से आई थी।उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि सिडकुल के मजदूरों, ट्रेड यूनियनों,क्षेत्र की नेकदिल न्यायप्रिय जनता ने हमें दिल खोलकर चंदा दिया है और हमने लिया भी। जिसके बल पर हम तीन माह से डटे हुए हैं और आगे भी डटे रहेंगे। जिसका पूर्ण विवरण हम निरंतर आम जनता के बीच रखते रहे हैं। वो चाहें तो इसकी भी जाँच करवा ले। हम इस हेतु तत्पर हैं।इससे स्पष्ट है कि जिला प्रशासन और सरकार मामले को सुलझाना ही नहीं चाहते हैं। ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल में जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा, उत्तराखंड महिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमती मीना शर्मा, पूर्व दर्जा मंत्री हरीश बाबरा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोपाल कृष्ण भसीन, जिला कांग्रेस कमेटी के जिला प्रवक्ता साजिद खान, महिला कांग्रेस कमेटी के महिला महानगर अध्यक्ष मोनिका ढाली, महानगर कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष संजीव रस्तोगी, जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री योगेश चौहान, सचिव मनोज कुमार सिंह, निवर्तमान पार्षद राजेश कुमार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरशद खा, कांग्रेस नेता अनिल शर्मा, कांग्रेस सेवादल के प्रदेश सचिव रामधारी गंगवार, पूर्व सभासद सलीम अहमद खां, डोल्फिन के विक्की, सोनू सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे।
रिपोर्टर : एम सलीम खान
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