डीएवी फर्टिलाइज़र पब्लिक स्कूल, बबराला में 14 नवम्बर 2024 को 'नमामि भारतम्' वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ
संभल : डीएवी फर्टिलाइज़र पब्लिक स्कूल, बबराला में 14 नवम्बर 2024 को 'नमामि भारतम्' वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन, मंगलाचरण और गणमान्य अतिथियों के स्वागत के साथ हुआ, जिसके पश्चात पूरे वातावरण को जोश से भरते हुए डीएवी गान की प्रस्तुति दी गई। प्रधानाचार्य श्री आनंद स्वरूप सारस्वत जी ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए विद्यालय की प्रगति, विद्यार्थियों की उपलब्धियों और शैक्षिक प्रयासों का विस्तार से विवरण दिया। उन्होंने परीक्षा परिणामों में विद्यार्थियों की उत्कृष्टता की प्रशंसा की और गर्वपूर्वक बताया कि इस वर्ष भी सीबीएसई परीक्षा में कई छात्रों ने जिला स्तर पर शीर्ष स्थान प्राप्त किए। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में विद्यार्थियों के असाधारण प्रदर्शन का विशेष उल्लेख किया और इसे अध्यापकों की निष्ठापूर्ण मेहनत का परिणाम बताया। प्रधानाचार्य महोदय ने विद्यालय की भावी योजनाओं और विद्यार्थियों के समग्र विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी व्यक्त की। इसके साथ ही, शैक्षणिक गतिविधियों, साहित्यिक, खेल, परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों एवं भूतपूर्व छात्रों को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया, जिससे उनकी मेहनत और योगदान को मान्यता मिली। इसके पश्चात, विद्यालय के चेयरमैन श्री एम. एस. प्रसाद जी (उपाध्यक्ष, यारा फर्टिलाइज़र फैक्ट्री) ने विद्यालय की शैक्षिक, सांस्कृतिक और सहशैक्षिक उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि डीएवी फर्टिलाइज़र पब्लिक स्कूल, बबराला, न केवल शिक्षा में बल्कि खेल और अन्य सहशैक्षिक गतिविधियों में भी उत्कृष्टता का प्रतीक है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि विद्यालय के मंच पर किया गया हर प्रयास आत्मविश्वास और नई सीखों का संबल है। श्री प्रसाद ने अध्यापक समुदाय की निष्ठा और सेवा भावना की सराहना करते हुए 'किरण' एनजीओ के साथ मिलकर समाज सेवा के प्रयासों की प्रशंसा की, इसे विद्यार्थियों के नैतिक विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। अतिथियों के प्रेरक संबोधनों के पश्चात सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का दौर प्रारंभ हुआ। ‘दिव्य वंदन’ गीत, बच्चों की ‘पंचतंत्र की दुनिया’, ‘मिट्टी की महक’ और ‘अमृतमयी संगीत’ ने भारतीय संस्कृति की विविधता और सौंदर्य का जीवंत प्रदर्शन किया। ‘रमणीय वृक्ष के पल्लव’ नाटक ने भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को बड़े ही आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के समापन पर जिलाधिकारी श्री राजेन्द्र पैंसिया जी ने बाल दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए विद्यालय की मूल्य परक शिक्षा व्यवस्था की परंपरा को सराहा। प्रधानाचार्य श्री आनंद स्वरूप सारस्वत जी और शिक्षकों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इस विद्यालय की प्रगति जनपद के लिए प्रेरणास्रोत है। जिलाधिकारी महोदय ने सुझाव दिया कि विद्यालय की प्रबंधन टीम एक सरकारी विद्यालय को गोद लेकर उसके शैक्षिक विकास में योगदान दे, जिससे समाज को अधिक लाभ प्राप्त हो। उन्होंने ‘नमामि भारतम्’ की सराहना करते हुए उपनिषदों के श्लोकों का उल्लेख किया और कहा कि कला-संस्कृति पर आधारित शिक्षा विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उनके प्रेरणादायक शब्दों ने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया। तत्पश्चात विद्यालय की शैक्षिक गतिविधि प्रमुख श्रीमती विनीता श्रीवास्तव ने सबको धन्यवाद दिया। अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ।नमामि भारतम्' ने विद्यालय की शैक्षिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों को सम्मानपूर्वक प्रस्तुत किया, जिससे विद्यार्थियों, अध्यापकों और समाज को एक प्रेरणादायी मंच प्राप्त हुआ।
रिपोर्टर : अजयवीर
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