18 माह में बनना था 30 माह बीतने के बाद भी अधूरा बस स्टेण्ड कलेक्टर के आदेश का भी उड़ाया मखोल नहीं हटाया टीन शेड

शाजापुर :  18 माह में बनकर तैयार होने वाला बस स्टैंड 30 माह बीत जाने के बाद भी अधूरा है और आम जनता के साथ ही व्यापारियों को  परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ठेकेदार की निर्माण अनुबंध की समय सीमा समाप्त हो गई है ऐसे में नपा द्वारा ठेकेदार के विरुद्ध कोई कार्यवाही न किया जाना समझ से परे है। अधिकारी लाख निरीक्षण कर लें और निर्देश देदे लेकिन स्थितियां जस की तस है। व्यापारियों ने कलेक्टर कमिश्नर से लेकर जनप्रतिनिधियों तक के दरवाजे खटखटा लिए लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात। ठेकेदार ने बिना काम से कवर कर कर रखी है आधी से अधिक सडक़ बस स्टैंड की मुख्य सडक़ जोकि बस स्टैंड के पीछे की ओर है जहाँ की सारी दुकाने निर्मित हो चुकी है। साथ ही पुताई आदि का कार्य भी हो चुका है और रोड का निर्माण किया जा चुका है। लेकिन बावजूद इसके ठेकेदार ने मुख्य मार्ग की आधी से अधिक सडक़ को कवर कर रखा है जिससे यातायात में भारी परेशानियों का सामना शहर वासियों को करना पड़ रहा है। बस स्टैंड की बिल्डिंग पर चारों ओर टीन शेड और उसके आसपास हुए अतिक्रमण के कारण शहर वासियों का सडक़ पर चलना दुभर हो गया है। साथ ही बढ़ती यातायात समस्या के कारण रोजाना लोग दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। लेकिन जिम्मेदारों को इससे कोई फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा है। गत दिनों जिलाधीश ने बस स्टैंड निर्माण कार्य का निरीक्षण किया था तब व्यापारियों की शिकायत पर कलेक्टर ने अतिरिक्त अनावश्यक टीन शेड हटाने हेतु ठेकेदार सहित नपा अधिकारीयों को निर्देशित किया था इसे अभी तक नहीं हटाया गया है। नगर पालिका ने अब तक नहीं मिलाई फूटी कोड़ी बस स्टैंड के निर्माण कार्य में नगर पालिका ने अब तक फूटी कोड़ी भी नहीं मिलाई है उल्टे मुख्यमंत्री अधो संरचना अंतर्गत निर्माण हेतु प्राप्त राशि में से भी  एक करोड रुपए की राशि अन्य मदों पर खर्च कर दी है। ठेकेदार भुगतान के अभाव में काम करने को तैयार नहीं है और नतीजा है कछुए की चाल से बस स्टैंड का निर्माण कार्य 3 साल में भी पूरा नहीं हो सका है। नगर पालिका बिल्डिंग के व्यापारियों से किराया तो अभी भी वसूलती हैं लेकिन खुद उन्होंने इस बिल्डिंग के निर्माण में अब तक फूटी कोड़ी भी नहीं मिलाई है। मुख्यमंत्री अधो संरचना अंतर्गत प्राप्त राशि और व्यापारियों से प्राप्त निर्माण लागत की राशि एवं  दुकानों की नीलामी से प्राप्त 25 राशि का हीं भुगतान अब तक ठेकेदार को किया गया है। जहाँ एक और अन्य निर्माण कार्यों में नगर पालिका धड़ल्ले से भुगतान कर रही है और वहां कोई राशि की कमी नजर नहीं आ रही है बस बस स्टैंड के मामले में ही राशि की कमी बताकर नगर पालिका हमेशा से हाथ ऊंचे कर दे रही है। लगभग 95 प्रतिशत  काम समाप्त हो चुका है और 5 प्रतिशत  काम कलर और शटर लगाने का बचा है लेकिन ठेकेदार ने अपने भुगतान के लिए बस स्टेण्ड की फाइल लटका रखी है। और नगर पालिका है कि भुगतान करने को तैयार नहीं है। यदि नगर पालिका चाहे तो एक माह में बाकि बस स्टेण्ड बनकर शुरू हो सकता है लेकिन इच्छाशक्तिके अभाव  में काम अधूरा पड़ा है जिसकी जिम्मेदारो को कोई चिंता नहीं है। नगर पालिका का बस स्टैंड की बिल्डिंग के मामले में यह भेदभाव समझ से परे हैं। दो माह में दुकान बना कर देने का वादा कर एक साल निकाल दिया गत वर्ष जून में व्यापारियों ने एक ज्ञापन नगर पालिका अध्यक्ष एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी के नाम दिया था उस समय नगर पालिका अध्यक्ष एवं सीएमओ ने वादा किया था कि निर्माण लागत की शेष बची 2-2 लाख रुपए की राशि जमा कर दीजिए हम  दो महीने के भीतर निर्माण पूरा कर दुकान दुकान सुपुर्द कर देंगे लेकिन 1 साल बीत जाने के बाद भी आज तक व्यापारियों को दुकान सुपुर्द नहीं की गई है। कई व्यापारी जिन्होंने शेष राशि भी जमा कर दी थी वह अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। साथ ही समय सीमा में दुकान न मिलने पर धरने पर बैठने की बात कह रहे हैं।

इनका कहना है

नगर पालिका एवं प्रशासन हमारे व्यापारियों के धैर्य की ज्यादा परीक्षा ना लें। ठेकेदार एवं नगर पालिका मनमानी से बस स्टैंड का निर्माण कार्य कर रहे हैं। नगर पालिका ने अब तक नगर पालिका निधि से अपने हिस्से की राशि नहीं मिलाई है। जिससे कार्य प्रभावित हो रहा है। व्यापारी व आमजन परेशान हो रहे है। बारिश में यात्रियों बाहर से पढऩे आने जाने वाले बच्चो की फज़ीहत हो रही है। नपा लगातार बस स्टैंड के निर्माण में लापरवाही बरत रही है कोई अधिकारी इंजीनियर यहां काम देखने के लिए नहीं आता है। काम कछुए की चाल से चल रहा है 18 माह में दुकाने बना कर देने का एग्रीमेंट करने वाली नगर पालिका लगातार बस स्टैंड के मामले में व्यापारियों से झूठ बोल रही है।
  उमेश टेलर सचिव बस स्टेण्ड व्यापारी ऐसोसिएशन बस स्टैंड निर्माण कार्य का निरीक्षण किया था तब व्यापारियों की शिकायत पर अतिरिक्त टीन शेड हटाने हेतु निर्देशित किया था अभी तक हटाया क्यूँ नहीं दिखवाते है।सुश्री ऋजू बाफना जिलाधीश शाजापुर

रिपोर्टर : रमेश राजपूत 

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