शिक्षा पर सबका अधिकार, शिक्षा हर निर्धन के द्वार, आरटीई ऐक्ट,2009 के बावजूद अशिक्षा देश पर कलंक
सिद्धार्थनगरनैनी, प्रयागराज। वर्तमान युग में प्रत्येक नागरिक का शिक्षित होना सर्वाधिक अनिवार्य विषय है परन्तु दुःखद है कि भारतीय लोकतंत्र के 75 वर्ष होने पर भी देश में भारी संख्या में लोग अशिक्षित हैं।
जानकारी के अनुसार शिक्षा की अनिवार्यता पर अपना विचार रखते हुए पीडब्ल्यूएस प्रमुख आर के पाण्डेय एडवोकेट ने कहा कि एक शिक्षित व्यक्ति बेहतर तरीके से अपने अधिकारों व कर्तव्यों को समझ सकता है। उन्होंने कहा कि आरटीई ऐक्ट,2009 लागू होने के बावजूद भारी संख्या में लोगों का अशिक्षित होना देश पर कलंक है। सरकार, संगठनों, राजनैतिक दलों व बुद्धिजीवी रणनीतिकारों को विचार करना चाहिए कि आखिर तमाम योजनाओं के बावजूद अभी भी तमाम लोग अंगूठा छाप क्यों हैं? हाई कोर्ट इलाहाबाद के अधिवक्ता आर के पाण्डेय के अनुसार शिक्षा पर सभी का अधिकार है अतएव लोकतांत्रिक सरकार को आईसीएसई, सीबीएसई, स्टेट बोर्ड, मदरसा बोर्ड आदि के मायाजाल के बजाय प्रत्येक नागरिक के दरवाजे तक पूर्णतया निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था करानी चाहिए।
आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि पीडब्ल्यूएस परिवार मात्र 01ईंट 01रु0 के जन सहयोग से श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या परिक्षेत्र के गोरसरा शुक्ल (बस्ती) में परम शक्ति धाम परमेंदु शिक्षा सदन की स्थापना करने जा रहा है जिसका उद्देश्य आम जनमानस के बच्चों को रक समान बेहतर शिक्षा के साथ सभी निर्धन बेसहारा बच्चों को पूर्णतया निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराना है। बता दें कि परम शक्ति धाम परमेंदु शिक्षा सदन के निर्माण का शुभारंभ 23 जुलाई 2021 से होगा।
रिपोर्टर: सुशील कुमार
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