निजी स्कूलों पर कार्यवाही करने हेतु नारेबाजी कर जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

सीहोर : शुक्रवार, 22 दिसम्बर को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सीहोर द्वारा जिले में निजी स्कूलों की बड़ती मनमानियों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें जिला संयोजक शुभम व्यास ने बताया कि पिछले कई दिनों से लगातार निजी स्कूलों की मनमानी बड़ती जा रही है। जिस पर शिक्षा विभाग का कोई भी अंकुश काम नही कर रहा है। स्कूल संचालकों ने प्रशासन के सभी नियमों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी कर रहे। कुछ दिवस पूर्व ही जिले की बड़ी तहसील भैरूंदा और श्यामपुर में निजी स्कूल में संचालित होने वाली बसों के अन्दर छात्राओं से अभद्रता का केश सामने आया। कोई भी निजी स्कूल संचालक या बस चालक शासन के नियमों का पालन नही कर रहा है, ना तो बस में जीपीएस सिस्टम है और ना ही कोई महिला कर्मचारी है। जिससे इस प्रकार की घटनाऐं जिले में बड़ रही है। जो कि चिंता जनक है। ऐसे सभी विषयों में बस की मान्यता तुरंत रद्द की जाये, ताकि आगे से ऐसी घटनाऐं ना हो। साथ ही आने वाली 25 दिसम्बर को क्रिस्मस है कई समय से देखा जा रहा है कि मिशनरी स्कूलों में विद्याथर््िायों पर विशेषकर छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों को सेंटाक्लॉस बनके आना अनिवार्य कर दिया जाता है और अपने धर्म का प्रचार कराया जाता है, जो कि गलत है।

अभाविप के ज्ञापन के बाद इस विषय पर त्वरित संज्ञान लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी संजय तोमर ने सभी मिशनरी स्कूलों को इस विषय को लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं। अभाविप की स्पष्ट मांग है कि किसी भी अभिाभावक से बिना पूछे विद्यार्थी को सेंटा क्लॉज नही बनाया जाये। अन्यथा अभाविप अग्र आन्दोलन के लिये बाध्य होगी। एक और विषय जो लगातार सीहोर जिले में देखने को मिल रहा है कि कई निजी स्कूलों में धर्मान्तरण का कार्य तेजी से चल रहा है, अगर सीहोर में ही देखे तो लूर्द माता स्कूल दो भवनों में संचालित हो रहा है। नदी चौराहा स्थित लूर्द माता स्कूल में छोटे बच्चों की कक्षाऐं संचालित होती है, साथ ही यहाँ पर चर्च भी है। अभी तक यह स्पष्ट नही है कि यह चर्च है या स्कूल है। विद्यार्थी परिषद का स्पष्ट मानना है कि यदि यह चर्च है तो छोटे बच्चों की कक्षाऐं भी बडिय़ाखेड़ी स्थित भवन में ही संचालित की जाये, जिससे धर्मान्तरण का कार्य बंद हो सके  एवं अन्य विषयों पर भी त्वरित कार्यवाही की जाये।

साथ ही अभाविप ने स्पष्ट चैतावनी दी है कि कोई भी निजी स्कूल संचालक अपनी मनमानी ना करें अन्यथा आने वाले समय में उनहें दुष्परिणाम देखने को मिलेगा, जिसके वह स्वयं जिम्मेदार होगें। ज्ञापन में विभाग संयोजक हर्षित मेवाड़ा, विशाल यादव, हरीश, रितिक, बलवीर, कुशल, यश, मंयक, हर्ष, ईशु, दिव्यांश, नीरज, गोलू, सालेहा, शिवांगी एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

रिपोर्टर : रजनी राय

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